ऊंचे पद पर पहुंच जांए लेकिन अपने शिक्षको का सम्मान करना कभी न भूलें—गृहमंत्री राजनाथ सिंह


rajnath-singhjpeg.jpeg
लखनऊ. विश्वविद्यालय के 60वें दीक्षांत समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह शिरकत करने पहुंचे. जहां उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा डीएससी की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया. इस दौरान गृहमंत्री ने अपने बचपन के किस्से छात्र-छात्राओं के साथ साझा करते हुए भावुक हो गए. यहां को छात्रों को संबोधित करते हुए राजनाथ ने अपने बचपन का एक किस्सा सुनाया. यह किस्सा तब का है जब वह प्राइमरी में पढ़ते थे. उन्होंने कहा कि छात्रों को अपने गुरुजन का हमेशा सम्मान करने की सीख देते हुये कहा कि कैसे उनके मौलवी साहब उन्हें छड़ी से पीटते थे और जब वह मंत्री बन गये तो वही मौलवी साहब उनके लिये फूल लेकर खड़े थे.
अपने बचपन की याद करके गृह मंत्री राजनाथ सिंह भावुक हो गए और कहा कि मौलवी साहब का सिखाया हुआ वही अनुशासन आगे चलकर उन्हें जिंदगी को सफलता की ऊंचाई तक पहुंचाया. लखनऊ विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में गृहमंत्री ने अपने स्कूली दिनों का एक किस्सा सुनाया. उन्होंने कहा कि जब वह प्राइमरी में थे उनके स्कूल में एक मौलवी साहब शारीरिक शिक्षा(पीटी) के शिक्षक थे. कोई भी छात्र पीटी के दौरान अगर अनुशासनहीनता करता तो मौलवी साहब कभी थप्पड़ लगाते और कभी एक पतली सी छड़ी से टांगो पर पीटते थे. लोग मौलवी साहब की छड़ी खाकर सही पीटी करने लगते थे. उन्होंने कहा, लंबे समय बाद जब मैं उत्तर प्रदेश का शिक्षा मंत्री बना और मैं अपने काफिले के साथ अपने जा रहा था तो वाराणसी के पास चंदौली के करीब सड़क किनारे मैंने 90 साल के बुजुर्ग को फूल लिये हुये खड़े देखा. मैं तुरंत पहचान गया कि यह तो मेरे वही मौलवी साहब है. मैंने तुरंत अपनी गाड़ी रुकवाई और मौलवी साहब जो मेरे लिये फूलो की माला लेकर खड़े थे, उसे मैंने उनके गले में डाला और उनके पैर छू कर आशीर्वाद लिया. मौलवी साहब बेतहाशा रोने लगे और मैं भी भावुक हो गया.
  गृहमंत्री ने कहा कि छात्रों आज आपको यह बात बताने का उद्देश्य सिर्फ इतना ही है कि आप चाहे जितने ऊंचे पद पर पहुंच जांए लेकिन अपने शिक्षको को कभी न भूलें. उनका सम्मान करना, उन्हें प्यार देना, क्योंकि उन्होंने अपना ज्ञान आपको दिया जिसकी बदौलत आज आप इस मुकाम पर पहुंचे हो. मर्यादा की सीख छात्र छात्राओं को जीवन में कभी मर्यादा नहीं तोड़नी की सीख देते हुये कहा कि जीवन में मर्यादा का पालन करने से इंसान बड़ा बनता है.
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि संकल्प लेकर हम भारत को विश्व गुरु बनायेंगे. भारत के पास बहुत कुछ है,गुरत्वाकर्षण का नियम, पाइथागोरस थ्योरम भारत की देन है. कई ऐसी चीजे हैं जो भारत ने दी हैं. बस हम सबको संकल्प लेने की आवश्यकता है. लखनऊ विश्वविद्यालय के 60 वें दीक्षांत समारोह में आज गृह मंत्री मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करने पहुंचे थे. इस मौके पर उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा डीएससी की मानद उपाधि से भी सम्मानित किया गया. बता दें कि दीक्षांत समारोह में कुल 97 छात्रों को 192 मेडल से सम्मानित किया गया. इसमें सबसे ज्यादा 161 मेडल लड़कियों को दिए गए. कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति राम नाइक और उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे.


Scroll To Top
Translate »