
लखनऊ | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला उन्नाव की घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक को प्रकरण की पूरी रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं।मुख्यमंत्री ने कहा है कि अस्पताल में भर्ती पीड़िता का सरकारी व्यय पर बेहतर से बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने पीड़िता के निशुल्क इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं।
यूपी के उन्नाव जिले में लड़कियों की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बुआ-भतीजी के शव व चचेरी बहन के गंभीर हालत में मिलने से हर कोई हतप्रभ है। दो लड़कियों की मौत हो चुकी है जबकि तीसरी लड़की कानपुर के रिजेंसी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है। विपक्ष इस मामले में लड़की को दिल्ली एयरलिफ्ट करने की मांग कर रहा है।
बबुरहा गांव छावनी में तब्दील हो गया है। जगह-जगह बैरियर लगा दिए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। मीडिया मृतकों के परिजनों से नहीं मिल पा रही है। परिजनों को पुलिस द्वारा उठाए जाने के विरोध में ग्रामीण धरने पर बैठ गए हैं।
शरीर में जहरीला पदार्थ मिलने की पुष्टि
उन्नाव मामले में दोनों लड़कियों का पोस्टमार्टम हो चुका है। शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहरीला पदार्थ मिलने की पुष्टि हुई है। डॉक्टर्स ने शरीर से मिले जहरीले पदार्थ के सैंपल को लैब में जांच के लिये भेज दिया है।
मानवाधिकार आयोग ने एसपी उन्नाव से दो सप्ताह में मांगी रिपोर्ट
राज्य मानवाधिकार आयोग ने उन्नाव के असोहा में बुआ-भतीजी की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए एसपी उन्नाव से दो सप्ताह में जांच रिपोर्ट मांगी है। आयोग के सदस्य जस्टिस केपी सिंह के अनुसार, परिजनों ने दुष्कर्म के बाद जहर देकर हत्या करने की आशंका जताई है। यह मानवाधिकारों का हनन है।