
सोमवार को पार्टी मुख्यालय पर विष्णु सहाय आयोग को लेकर बसपा प्रमुख द्वारा भाजपा पर राजनैतिक आरोप लगाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि आयोग की रिपोर्ट से केन्द्र में भाजपा की सरकार की गरीब, महिला, किसान, बेरोजगार के साथ किये जा रहे न्याय और अन्याय का प्रश्न कहा से आ गया। अब विष्णु सहाय आयेाग पर आयी रिपोर्ट पर सियासी बयानबाजी में जुटी बसपा प्रमुख केन्द्र की तत्कालीन यूपीए सरकार के समर्थन के मुद्दे पर सपा के साथ खड़ी थी, आज भी बयानबाजी में वे मुस्लिम समाज व अन्य निर्दोषों को सोचने और समझने की बात तो करती है पर इसकी सच्चाई बाहर आए इस पर मौन है। आखिर विष्णु सहाय आयोग रिपोर्ट के बावजूद जो सच सामने नहीं आया है उस पर बसपा प्रमुख का क्या दृष्टिकोण है ?
उन्होंने कहा कि भाजपा का निश्चित मानना है कि मुजफ्फरनगर दंगो पर विष्णु सहाय आयोग की रिपोर्ट दंगों के कारण व तत्सम्बन्धी तथ्यों का खुलासा नहीं करती। आयोग को सौंपे गए मुख्य चार बिन्दुओं (Terms of reference) में प्रथम बिन्दु “तथ्यों को सुनिश्चित करना और घटनाओं के कारणों का पता लगाना” था। आयोग ने इस प्रमुख बिन्दु “तथ्य और कारण” पर भी लीपापोती की है। भाजपा की सुनिश्चित राय है कि दंगो की दोषी सपा सरकार है। सरकार और स्थानीय प्रशासन तंत्र से लगातार बाते हुई हैं। वरिष्ठ मंत्रियों व राजधानी में बैठे नौकरशाहों ने स्थानीय प्रशासन तंत्र को पंगु बनाया। आयोग ने उस समय के ‘काल डिटेल’ को जांचना जरूरी नहीं समझा।