भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष का लखनऊ पहुँचने पर ज़ोरदार स्वागत
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कार्यकर्ताओं का आवाहन किया कि कांग्रेस मुक्त भारत बनने का मार्ग प्रशस्त करने के बाद अब सपा-बसपा मुक्त उत्तर प्रदेश बनाने में जुटे। उन्होंने कहा सपा-बसपा के भ्रष्टाचार व राज्य की ध्वस्त कानून व्यवस्था के खिलाफ निर्णायक संघर्ष का संकल्प लेकर कार्यकर्ताओं को मिशन-2017 के तहत विधानसभा के चुनावों की तैयारी में अभी से जुटना होगा। विधानसभा चुनावों में विकास को मुद्दा बताते हुए कहा कि विकास का मुद्दा पार्टी का प्राथमिक ऐजेण्डा होगा। नवनियुक्त प्रदेश भाजपाध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य आज पार्टी के राज्य मुख्यालय पर आयोजित अपने स्वागत समारोह के अवसर पर उपस्थित पार्टी पदाधिकारियों, सांसदोे, विधायकों व कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
नवनियुक्त प्रदेश भाजपाध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने उ0प्र0 जैसे महत्वपूर्ण राज्य की संगठनात्मक बागडोर सौंपे जाने पर केन्द्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्षों सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं के अनुभवों का लाभ लेने के साथ-साथ राज्य में सक्रिय लाखों कार्यकर्ताओं की मेहनत व संगठनात्मक क्षमता के भरोसे राज्य की सत्ता से सपा को बेदखल कर उ0प्र0 में भाजपा की सरकार बनाने का मार्ग प्रशस्त करूगा।
उन्होंने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि वे उनके सम्मान में कही कोई कमी नहीं आने देंगे। श्री मौर्य ने अपने ऊपर लगे आपराधिक मुकदमों का जिक्र करते हुए कहा कि उनके ऊपर जो भी मुकदमें है वे किसी आपराधिक घटना के कारण नहीं बल्कि जनता व कार्यकर्ताओं के हितो व सम्मान की रक्षा में राजनैतिक मुकदमें है। उन्होंने कहा कि वे आगे भी पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मान पर कोई आंच नहीं आने देंगे।
उन्होंने राज्य की ध्वस्त कानून व्यवस्था के मुद्दे पर अखिलेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा सरकार ने राज्य में गुण्डागर्दी व अपराधीकरण को बढ़ावा दिया है। राज्य में हत्या, लूट, बलात्कार और अपहरण की घटनाओं ने रिकार्ड कायम किया है। परिवारवाद में उलझी अखिलेश सरकार ने राज्य की सत्ता में आते ही गुण्डागर्दी-भष्टाचार को बढ़ावा दिया। राज्य की जनता गरीबी, बेरोजगारी, बिजली-पानी व सड़क की समस्या से जूझ रही है। अखिलेश सरकार में हुई भर्तियों के दौरान हुए घोटलों से नौजवान खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है।
उन्होंने उ0प्र0 में सपा शासन के दौरान दलितो के उत्पीड़न की घटनाओं में हुई बेतहाशा वृद्धि के बावजूद बसपा की चुप्पी पर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि आखिर खुद को दलित की बेटी बताने वाली मायावती दलित उत्पीड़न की घटनाओं पर चुप्पी क्यूं साधे हुए है।
मौर्य ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सपा-बसपा में मजबूत गठबंधन का आरोप लगाते हुए कहा कि एक दूसरे के भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाही का भरोसा देने वाले सपा-बसपा जैसे दलों ने सत्ता में आने पर एक दूसरे के भ्रष्टाचार के कारनामों को छुपाने का काम किया है।
नवनियुक्त प्रदेश भाजपाध्यक्ष ने केन्द्र में प्रधामंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा जनहित में किये जा रहे कार्यो की प्रशंसा करते हुए कहा कि केन्द्र पोषित योजनाओं का लाभ उ0प्र0 की जनता को नहीं मिल पा रहा है क्यों राज्य की सपा सरकार की नीति व नियत दोनों में ही खोंट है। उन्होंने प्रधानमंत्री जनधन योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सहित केन्द्र सरकार द्वारा जनहित में चलाई जा रही तमाम योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूप में देश को एक शक्तिशाली नेतृत्व मिला है।
मौर्य ने कार्यकर्ताओं का आवाहन किया कि वे सपा-बसपा के भ्रष्टाचार, गुण्डाराज व जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष का बिगुल बजाकर जनता के बीच जाये। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत व मजबूत संगठनात्मक तंत्र के परिणामस्वरूप हम प्रदेश में लोकसभा की 73 सीटो पर विजयी हो सके। अब मुझे कार्यकर्ताओं पर फिर से भरोसा है कि वे परिवारवाद, जातिवाद और व्यक्तिवाद के खिलाफ संघर्ष करते हुए जिस तरह लोकसभा चुनावों में कांग्रेस मुक्त भारत का निर्माण हुआ उसी तरह उ0प्र0 में सपा-बसपा मुक्त उ0प्र0 को उत्तम प्रदेश बनाने का काम करेंगे।
इसके पूर्व पार्टी के निवर्तमान अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुझे पूर्व विश्वास है कि श्री मौर्य में नेतृत्व में हम 2017 में विधानसभा चुनावों में विजय हासिल कर पूर्ण बहुमत से सरकार बनायेंगे। उन्होंने कहा कि सपा सरकार को तो सत्ता से बेदखल करना ही होगा साथ ही उनके परिवार के भी किसी सदस्य को चुनाव में नहीं जीतने देना है। उन्होंने दलित उत्पीड़न के मुद्दे पर बसपा प्रमुख मायावती की चुप्पी पर हैरानी जताते हुए कहा कि राज्य में सपा सरकार के कार्यकाल में हो रही दलित उत्पीड़न की घटनाओं की बसपा को कोई परवाह नहीं है। उन्होंने कहा सपा में आने पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव को जेल भेजने का ऐलान करने वाली मायावती सत्ता में आते ही मुलायम को भूलकर मूर्तियों और स्मारकों के निर्माण के नाम पर घोटाले में जुट गई।