लखनऊ: केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि पसीना बहाने वालों की अनसुनी या उनको नजरंदाज करने वाली सरकार को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र लखनऊ के 3 दिवसीय दौरे पर आए सिंह ‘पारख महासंघ और अधिकार रैली’ को सम्बोधित कर रहे थे। संविदाकर्मियों को स्थायी करने की मांग को लेकर आयोजित इस रैली में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को संविदाकर्मियों को बुलाकर बात करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि सभी कर्मियों को उनकी आवश्यकतानुसार पैसे मिल सकें। नीयत साफ होती है तो समस्याओं का समाधान अपने आप होता है। उन्होंने कहा कि यह रैली पसीना बहाने वालों की है। पसीना बहाने वालों की सुननी ही पडेगी और जो नहीं सुनेगा वह सत्ता में नहीं रहेगा। सिंह ने कहा कि राज्य सरकार केन्द्र से पैसा नहीं मिलने का रोना बंद करे क्योंकि मोदी सरकार ने अब तक की सभी केन्द्र सरकारों से ज्यादा पैसा उत्तर प्रदेश को दिया है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र ने इस बार उत्तर प्रदेश के लिए राज्यांश 32 से बढाकर 42 फीसदी कर दिया। केन्द्र सरकार पैसे के लिए राज्य सरकारों को परेशान नहीं करती। चिलचिलाती धूप में गोमती तट के लक्ष्मण मेला पार्क में आए लोगों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संविदाकर्मियों और दैनिक वेतनभोगियों के लिए यदि कानून में परिवर्तन करना पडा तो भी राज्य सरकार को आगे आना चाहिए। उनका कहना था कि इस सम्बन्ध में वह भी राज्य सरकार से बात करेंगे। रैली को मोहनलालगंज क्षेत्र से सांसद कौशल किशोर ने भी सम्बोधित किया।