लखनऊ के इस्माइलगंज में जमीन का अवैध बैनामा कर कब्जा करने वाला गैंग सक्रिय


शासन ने लखनऊ डीएम से मामले की जांच कर अवगत कराने को आदेशित किया ,इस्माइलगंज के खसरा संख्या 1149 पर हो रहा है फजीवाडा

लखनऊ। लखनऊ के इस्माइलगंज एरिये में अवैध बैनामा कर दूसरे लोगों की जमीन , मकान छीनने वाला गैंग सक्रिय हैं । शासन में शिकायत होने के बाद राजस्व परिषद के विशेष सचिव महेन्द्र सिंह ने लखनऊ जिलाधिकारी को पत्र लिख कर इस मामले की जांच कर शासन को अवगत कराने का आदेश दिया है ।

इस मामले की शिकायत देवरिया निवासी सुमन्त शुक्ल ने 16फरवरी 2022 को शासन को लिखे पत्र में की है । इस्माइलगंज के खसरा संख्या 1149, को राजमणि और राम नारायण नामक व्यक्ति अवैध रूप से बेच रहे हैं ।

राजमणि और राम नारायण के कब्जे में खसरा संख्या 1149 2020_21, रहा ही नहीं है और न उन्होंने तथा कथित खरीददारो को उसका कब्ज़ा दिया है । इस खसरा में वैध क्रेताओं ने कब्जा करके अपनी जमीन, मकान निमित्त करा लिये थे और वर्तमान में वर्षों से काबिज भी है उनके नाम जगह जगह अंकित भी है अर्थात नगर निगम खातों में भी विधिवत लिखे हुए हैं इसकी जांच नगर निगम के रिकार्ड से की जा सकती हैं।
परंतु यह फजी क्रेता और फजी विक्रेता सांठगांठ करके उसी खसरा नम्बर पर नये बैनामे बनाकर वैध क्रेताओं से अनुचित दबाव बनाकर उगाही करने के लिए फर्जीवाड़ा कर रहे हैं और घरों पर आ कर खाली करने की धमकी देते हैं जिससे भय और असुरक्षा का वातावरण बना हुआ है ।

इन अराजकतत्वों और भूमाफिया का तरीका अनोखा है जमीन खरीदने से पहले क्रेता यह नहीं जान पाता है कि जमीन की स्थिति क्या है ? और जमीन कहां पर है । यहां तक कि जमीन का नजरी नक्शा बैनामे के साथ नहीं लगता जाता है जो कि जरूरी होता है ।
बैनामा शुदा जमीन की जो चौहद्दी बैनामे में दी गई है वह उस चौहद्दी से आराजी की स्थिति मिलान करने पर खसरा संख्या 1149 इस्माइलगंज लखनऊ अथवा इर्द गिर्द के किसी प्लाट से मेल नहीं खाती है ।इसका मतलब यह हुआ कि बैनामा करने वाले व्यक्ति को यह स्वयं जानकारी नहीं रहती कि वह किस जमीन को बेच रहा है ।

राजस्व विभाग के विषेश सचिव महेन्द्र सिंह ने इस शिकायत पर गैंग की जांच करने को लखनऊ जिलाधिकारी को 24 फरवरी 2022 को लिखा है । और जाच से शासन को अवगत कराने को आदेशित किया है । जिससे कि आम जनमानस को इस गैंग से बचाया जा सके ।


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