
नागपुर में एक कार्यक्रम में महादेवी ने कहा कि देश में हालिया राष्ट्र विरोधी गतिविधि की खबरें सुनाई देना दुखद है। उन्होंने कहा कि युवाओं को देश के लिए प्राण न्यौछावर करने के लिए तैयार रहना चाहिए। महादेवी ने कहा कि मेरा बेटा तो नहीं है लेकिन अपनी बेटी देश की सेवा के लिए सेना में भेजना चाहती हूं। पत्नी महादेवी ने युवाओं से देश विरोधी गतिविधियों में शामिल न होने की अपील की है।
आपकों बता दें कि डॉक्टरों की लाख कोशिशों और देश के सभी लोगों की प्रार्थनाओं के बावजूद सियाचिन के बर्फ में मौत को मात देने वाले जांबाज जवान हनुमंथप्पा को नहीं बचाया जा सका था। हनुमंथप्पा ने दिल्ली के आर्मी अस्पताल में आखिरी सांस ली थी। हनुमंथप्पा की मौत एक साथ कई अंगों के काम नहीं करने की वजह से हुई थी।