लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री दीपक सिंघल ने जनसामान्य की बुनियादी एवं मुलभूत आवश्यकताओं की अनदेखी कतई न करने की अधिकारियों को कड़ी हिदायत देते हुए कहा कि सुगम यातायात, सफाई व्यवस्था, सीवर, सड़क, पेयजल आदि व्यवस्था को सुद्वृण कराई जाये। मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार वरूणा काॅरिडोर निर्माण कार्य में ड्रजिंग कार्य सिचाई विभाग के दो अवर अभियन्ता द्वारा सिविल एवं मैकेनिकल कार्य का हवाला देते हुए एक-दूसरे पर आरोप लगाकर शासकीय कार्य का निर्वहन समय से न करने को गम्भीरता से लेते हुए दोनो अवर अभियंताओं को निलम्बित कर बुन्देलखंड से संबंद्व करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही या हिलाहवाली कतई बर्दास्त नहीं की जायेगी।
मुख्य सचिव श्री दीपक सिंघल आज शनिवार को वाराणसी के मण्डलायुक्त सभागार में जनप्रतिनिधियों से वार्ता करने के पश्चात् विभागीय अधिकारियों की बैठक कर विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने वाराणसी शहर में पेयजल की चर्चा के दौरान 2002 में निर्मिल ओवरहेड टैकों का संचालन अब तक न हो पाने तथा संचालन शुरू करने पर पाइपलाइन फटने की शिकायत पर विजिलेंश जाॅच का आदेश देते हुए जिलाधिकारी को इन ओवरहेड टैकों का संचालन शीघ्र शुरू कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने वाराणसी में सीवरेज व्यवस्था के खस्ताहाल पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि नगर आयुक्त के साथ चर्चा कर मुहल्लावार सीवरेंज व्यवस्था का मानिटरिंग करके वृृहद कार्य योजना बनाकर इस्टीमेट तैयार कर शीघ्र उपलब्ध करायें। उन्होने कहा कि विकास कार्यों हेतु आवश्यकतानुसार जितनी धनराशि माॅगी जायेगी, उसे उपलब्ध कराया जायेगा लेकिन वाराणसी की सीवरेज व्यवस्था को प्रत्येक दशा में दुरूस्त कराया जाय। उन्होंने यह कड़े निर्देश दिये कि सीवरेज व्यवस्था के लिये उपलब्ध कराई गयी धनराशि में कमीशनबाजी की यदि कोई शिकायत मिली, तो जिम्मेदार अधिकारी बख्से नही जायेगें।
श्री सिंघल ने सड़कों के मरम्मत कार्य की समीक्षा के दौरान एनएच की खराब सड़को एवं उन पर गड्ढों पर गहरी नाराजगी जतायी तथा व्यक्तिगत रूचि लेकर अभियान चलाकर मरम्मत कराये जाने हेतु विभागीय अभियंता को हिदायत दी। उन्होंने बाबतपुर-वाराणसी मार्ग के 4 लेन निर्माण कार्य की धीमी प्रगति में तेजी लाये जाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने विद्युत विभाग की समीक्षा के दौरान विकास खण्ड स्तर पर विद्युत सेवा केन्द्र स्थापित किये जाने का निर्देश देते हुए कहा कि इन केन्द्रो पर विद्युत पोल, ट्रान्सफार्मर सहित गैगमैनो की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाये ताकि उस क्षेत्र से विद्युत गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर तत्काल् उसे ठीक कराया जा सके। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि अभियान चलाकर शहर के नालों की सफाई का कार्य प्राथमिकता पर सुनिश्चित कराया जाये ताकि जल भराव की समस्या का समुचित समाधान हो सके। आईजी श्री एस0के0भगत द्वारा ध्यानाकर्षण पर मुख्य सचिव ने शहर की सड़को के मध्य आये विद्युत एवं टेलीफोन पोलों को हटाये जाने हेतु को शिफ्ट करने हेतु अधिकारियों की टीम बनाकर सर्वे कर चिन्हिंत करते हुए इस्टीमेंट तैयार कराने का जिलाधिकारी को निर्देश दिया। उन्होने कहाॅ कि इसके लिये व्यापार निधि से धनराशि मुहैया कराया जायेगा। उन्होंने शहर में जलनिगम एवं आईपीडीएस योजनान्तर्गत भूमिगत केबलिंग आदि के लिये किये जा रहे सड़को की खोदाई कार्य को युद्वस्तर पर अभियान चलाकर पूरा कराने के निर्देश दिये। उन्होने लोक निर्माण विभाग के अभियंता को निर्देशित किया कि 2 अक्टूबर तक वे अपनी सभी सड़को का मरम्मत कार्य प्रत्येक दशा में पूरा कराये।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए मुख्य सचिव ने चिकित्सालयों में चिकित्सको की उपस्थिति सहित दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने पर जोर दिया। उन्होंने जनसामान्य की समस्याओं क निस्तारण में कोताही न बरतने की अधिकारियों को हिदायत देते हुए जिलाधिकारी एवं एसएसपी को निर्देशित किये कि वे थानो पर बैठकर सीधे जनता की समस्याओं को सुने और अलग से भी सुने ताकि जनता अपनी समस्याओं से सीधे उन्हे अवगत करा सके तथा जो भी समस्यायें प्रकाश में आये, उसे प्राथमिकता पर समयबद्वता के साथ गुणवत्ता सहित निस्तारण किया जाये। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को अपनी कार्यशैली में बदलाव लाने हेतु 15 दिन मोहलत देते हुये स्पष्ट निर्देश दिये कि शासन की मंशा के अनुरूप जनसामान्य को शासन के संचालित योजनाओं का लाभ प्राथमिकता पर मुहैया कराई जाये। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही या शिथिलता पायी गयी, तो जिम्मेदार अधिकारी बख्शे नही जायेगें।
बैठक में मण्डलायुक्त, वाराणसी श्री नितिन रमेश गोकर्ण, आईजी श्री एस0के0भगत, डीआईजी श्री संजीव गुप्ता, जिलाधिकारी श्री विजय किरन आनंद, एसएसपी श्री आकाश कुलहरि, उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण पी0सी0श्रीवास्तव, सीडीओ पुलकिल खरे सहित लोनिवि, सिचाई, विद्युत, जलकल आदि विभागो के वरिष्ठ अधिकारी एवं अभियन्ता उपस्थित थे।