लखनऊ । कांग्रेस की यूपी की सीम प्रत्याशी शीला दीक्षित ने आज नारा दिया -यूपी बेहाल-नेता मालामाल, अब यूपी बदल कर रहेगा। इसलिए कांग्रेस यूपी में विधानसभा चुनाव अकेले लडेगी। अभी इस बारे में पार्टी ने किसी भी दल से समझौता करने पर विचार नहीं किया है। ढाई दशक से गैर कांगेसी सरकारों को झेल रही यूपी की जनता अबकी बार कांग्रेस सरकार बनाने के लिए उतारू है और इस बार कांग्रेस सरकार बनाएगी।
15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित आज जब कांग्रेस कार्यालय आईं तो उनके साथ न तोे सुरक्षा कर्मियों की लम्बी चैडी फौज थी और न ही चाटुकारों के नारे। वे सादगी के साथ प्रदेश कांग्रेस के दफ्तर में मौजूद रहीं। उन्होंने प्रेस से बात की और कांग्रेस की आगामी योजना के बारे में बताया। एक सवााल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी उन्होंन तय नहीं किया है कि वे चनाव कहां से लडेंगी। उन्होंने कहा कि जहां से पार्टी कहंगी वहीं से चुनाव लडेंगी। शीला दीक्षित ने कहा कि जब यूपी में कांग्रेस की हुकूमत थी तो यूपी के उद्योग बढ रहे थे। कानपुर की मिलों में चिमनियां हर वक्त अपनी जीवंता का परिचय देती रहती थीं। कानपुर को मैनचेस्टर आफ इंडिया कहा जाता था। पर अब ऐसा नहीं है। वाराणसी के उद्योग बंद हो गए। कानपुर का उद्योग बीते 26-27 सालों में मर गया। फिरोजाबाद का कांच का उद्योग, पीतल नगरी मुरादाबाद, तालानगरी अलीगढ सब के सब बर्बाद हो गए। विकास की दौड में आगे रहने वाला यूपी अब नीचे से चैथे पांचवे नम्बर पर आ गया है।
अब कांग्रेस इन उद्योगों को पनपाएगी। लोगों को रोजगार पाने के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना होगा। युवाओं को उन्हीं के जिलों में नौकरी मिलेगी। उद्योग होंगे तो रोजगार बढेंगे। रोजगार बढेंगे तो यूपी खुशहाल होगा।
वाराणसी के रोड शो को ऐतिहासिक सफलता वाला बताते हुए शीला दीक्षित ने कहा कि मोदी से वहां की जनता खुश नहीं है। इसीलिए जनता अब कांग्रेस के साथ जुड रही है। यूपी की जनता भाजपा, बसपा और सपा की सरकारों को देख चुकी है। इन सरकारों ने जो किया वह साफ है। न रोजगार बचे, न शिक्षा और न ही स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं। कानून व्यवस्था पूरी तौर से चैपट हो गई है। महिलाओं का चलना मुश्किल हो गया है। बुलंदशहर की घटना ने तो हर महिला को डरा सा दिया है। अब महिलाएं यूपी की सडकों पर निकलने से डरने लगी हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार आएगी तो गुंडे यूपी की सडकों पर नहीं जेल के सीखचों के पीछे होंगे।