इस दौरान श्रीमती ईरानी ने मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि जहां मोदी जी जनधन योजना, बीमा सुरक्षा योजना व मुद्रा योजना जैसी योजनाओं को देश की जनता के लिए ला रहे हैं, वहीं ममता बनर्जी के मंत्री और सांसद नारदा और सारधा जैसे घोटालों से धन कमाने में लगे हुए हैं. स्मृति ईरानी ने भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी चंद्र बोस के समर्थन में भी प्रचार किया. ईरानी ने कहा कि ममता वोट बैंक की राजनीति के तहत एक विशेष वर्ग पर कुछ ज्यादा मेहरबान हो रही हैं, लेकिन 19 मई को जब चुनाव की नतीजे आयेंगे, तब सबको साथ लेकर नहीं चलने का, उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ेगा. ईरानी के कहा कि बीते कुछ वर्षों के दौरान ममता का ग्राफ जितनी तेजी से बढ़ा था, चंद दिनों में उससे कहीं तेजी की गिरेगा.
ममता बनर्जी राज में महिलाएं हैं असुरक्षित : मंत्री स्मृति ईरानी
कोलकाता: भाजपा की नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार की शाम बड़ाबाजार के सत्यनारायण पार्क में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की जमकर खिंचाई की. जोड़ासांको िवधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार राहुल सिन्हा के समर्थन में आयोजित सभा में ईरानी ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद एक महिला हैं, बावजूद इसके राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.
उन्होंने कहा : ममता बनर्जी ने 2011 में मां, माटी और मानुष का राग अलापकर बंगाल की सत्ता हासिल की. लेकिन जब वह सत्ता के गलियारे में आ गयी, तो न मां को सम्मान मिला, न माटी का महत्व बढ़ा और न ही मानुष का जीवन बेहतर हुआ. इसलिए यह प्रश्न उठता है कि जो अपने वादे को तोड़ देते हैं, मां का अपमान करते हैं, माटी का तिरस्कार करते हैं और मानुष के जीवन को बदतर करते हैं, क्या उन्हें दोबारा जनता का वोट पाने का अधिकार है. स्मृति ईरानी ने कहा कि यहां राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी अपनी बात वाद-विवाद से नहीं, बल्कि बम से रखते हैं. जनता में असुरक्षा का माहौल बना कर जबरन समर्थन प्राप्त किया जाता है.
लेकिन अब दीदी को यह जान लेना होगा कि पब्लिक सब जानती है और इसका जवाब मतदान के दिन देगी. श्रीमती ईरानी ने ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरा देश जानता है कि बंगाल के घर-घर में मां दुर्गा की पूजा-अराधना होती है, मां का सम्मान होता है, लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि तृणमूल की सरकार में मां दुर्गा को भी अपमानित होना होगा. इस तृणमूल सरकार ने दुर्गा पूजा के बाद एक प्रतिमा को विसर्जन की अनुमति नहीं दी.