मायावती, नसीमुद्दीन की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन


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राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा

लखनऊ, । भारतीय जनता पार्टी प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर भाजपा जिला लखनऊ द्वारा बेटी के सम्मान में भाजपा मैदान में कार्यक्रम के तहत भाजपा जिलाध्यक्ष रामनिवास यादव के नेतृत्व में बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दकी द्वारा पूर्व भाजपा नेता दयाशंकर की बेटी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने एवं उसको पेश करने जैसी भाषा का इस्तेमाल करने के खिलाफ भाजपा ने बेटी के अपमान करने के लिये गिरफ्तारी की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास तक मार्च कर प्रदर्शन किया तथा राज्यपाल को सम्बोधित एक ज्ञापन सौपा जिसमें नसीमुद्दीन सिद्दकी की गिरफतारी की मॉग थी।

इस अवसर पर धरने को सम्बोधित करते हुये जिलाध्यक्ष रामनिवास यादव ने कहा कि जिस तरह पूर्व भाजपा नेता की गिरफ्तारी के लिये पुलिस एवं प्रदेश सरकार दिन रात छापे मारी कर रही है तथा उनके पूरे परिवार को परेशान कर रही है उससे लगता है कि सरकार एक पक्षीय कार्यवाही कर रही है तथा नसीमुद्दीन सिद्दकी को बचाने का प्रयास कर रही है जिसको लेकर आज भाजपा ने मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया था। जिलाध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाते हुये कहॉ कि जब समाजवादी पार्टी ने मायावती  को स्टेट गेस्ट हाउस में बंधक बनाकर जान से मारने का प्रयास किया था तो यही भाजपा ने ही इनको बचाया था परन्तु आज बहन मायावती अपना पुराना समय भूलकर भाजपा को निशाने पर रखी है। क्योकि इनका जनाधार समाप्त हो गया है जिसके कारण बहन जी बौखलाहट में अपने नेताओं से दयाशंकर सिंह की बेटी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करवा रही है जिसको भाजपा बर्दास्त नही करेगी, जिलाध्यक्ष ने यह भी कहा कि बहन जी में हिम्मत हो तो नसीमुद्दीन सिद्दकी को पार्टी से निकाले एवं स्वयं को महिला हितैशी सावित करें प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष बार-बार अपने कार्यकताओं को समझा रहे थे कि कोई भी कार्यकर्ता वसपा नेताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग नही करेगा क्योंकि भाजपा में एैसे शब्दो के लिए कोई जगह नही है न ही भाजपा ऐसे अभद्र शब्दो का समर्थन करती है

प्रदर्शन में मुख्यरुप से भाजपा नेता वीरेन्द्र तिवारी, क्षेत्रीय महामंत्री दिनेश तिवारी, पूर्व जिलाध्यक्ष कुवर जितेन्द्र सिंह, भूपेन्द्र शर्मा, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष विजय प्रताप सिंह, महामंत्री राजकुमार पाण्डे, प्रेमचन्द्र गप्ता, अवधेश प्रताप सिंह, पूर्व प्रत्यासी संजय सिह, श्री कृष्ण लोधी, राजकुमार चैहान, राजेश सिंह, ओमप्रकाश शुक्ला, विनोद सिंह, दिवाकर सिंह धर्मेन्द्र सिंह, जिलाउपाध्यक्ष अमित तिवारी, मनोज प्रजापति, शैलेन्द्र सिंह बब्बू, ज्योति श्रीवास्तव, राजकुमार लोधी, उमेश सिंह, अभिषेक रावत विनय प्रताप सिंह, मीडिया प्रभारी अरविन्द यादव, अनिल जायसवाल, के0के0 अवस्थी, रामलाल वर्मा, कोषाध्यक्ष दीपचन्द्र वर्मा, जिलामंत्री ज्ञान सिंह, फूलन देवी, रेनू सिंह, हंसराज लोधी, दुर्गा प्रसाद मौर्य, विनय अवस्थी, शम्भू पाण्डेय, उमाशंकर साहू, मण्डल अध्यक्ष गण अतुल मिश्रा, गजोधर लोधी, बलराम सिंह, मुकेश शर्मा, राजकुमार वर्मा, शिव गुप्ता, डॉ.अरविन्द विश्वास, रविराज लोधी, रति भान सिंह, राकेश शर्मा, मो0अलीशाह, वीरु मिश्रा, मनीश तिवारी, सुनील गुप्ता, ज्ञानेन्द्र सिंह, मान सिंह, रमेश सिंह, वनवारी सिंह, राकेश रावत, दीपक यादव, विकास यादव, आकाश श्रीवास्तव, दिलीप यादव, सहित हजारों भाजपा कार्यकर्ता प्रदर्शन में शामिल थे।

भाजपाईयों पर हल्का बल प्रयोग
। सूबे सहित राजधानी में दयाशंकर की बेटी एवं नारी सम्मान के लिए प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं की हजरतगंज में पुलिस से तीखी झड़प हो गई। भाजपाई पैदलमार्च करते हुए भाजपा कार्यालय से निकलकर राजभवन घेरने जा रहे थे लेकिन पुलिस ने हजरतगंज चैराहे पर बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें इससे नाराज भाजपा कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए। इस दौरान पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ दिया। इसके चलते चैराहे पर  जिला प्रशासन के अधिकारियों ने ज्ञापन लेकर प्रदर्शन समाप्त करवा दिया।

भाजपाइयों के लिए जिला प्रशासन ने पहले से ही कमर कस रखी थी। पुलिस ने बीजेपी के प्रदर्शन के चलते मायावती के आवास, कार्यालय के चैराहो पर भी कई थानों की पुलिस और पीएसी तैनात की है। पुलिस भाजपाइयों पर भी नजर बनाये हुए है। बता दें भले ही बसपा सुप्रीमो मायावती पर आपत्ति जनक टिप्पड़ी करने के बाद राजनीती में भूचाल आ गया और भाजपा ने उपाध्यक्ष पद से दयाशंकर को हटा दिया हो। लेकिन इसके बाद बसपा के प्रदर्शन में जो दयाशंकर की मां, बहन और बेटी प्रदर्शनकारियों के निशाने पर रहीं वह काफी निंदनीय है। भाजपा का कहना है इन निर्दोष महिलाओं ने प्रदर्शनकारियों का कुछ नहीं बिगाड़ा था जिनका अपमान किया गया। बयानबाजी दयाशंकर और माया के बीच थी लेकिन माताओं और बहन बेटियों को बीच में क्यों घसीटा गया। क्या बसपा सुप्रीमो अब नसीमुद्दीन और दोषी कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकलेंगी? जिन्होंने समाज में महिलाओं के सम्मान पर कीचड़ उछाला। भारतीय जनता पार्टी ने बसपा के प्रदर्शन में आपत्ति जनक नारे लगाये जाने के विरोध में शनिवार को सूबे में प्रदर्शन किया और नसीमुद्दीन समेत सभी बसपा नेताओं को गिरफ्तार करने की मांग की जिन्होंने अपशब्द भाषा का प्रयोग किया है।


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