नोएडा वासियों को ₹30 करोड़ की लागत से 6 परियोजनों की सौगात दी

लखनऊ | उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी आज गौतमबुद्ध नगर में हैं। उन्होंने पहले नोएडा वासियों को ₹30 करोड़ की लागत से 6 परियोजनों की सौगात दी है। उसके बाद नोएडा के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। समीक्षा बैठक के बाद उन्होंने प्रेस वार्ता करते हुएकरते हुए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की है।
नंद गोपाल नंदी ने कहा, “नोएडा पूरे उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी कहीं जाती है। अपनी उद्योग नगरी को सजाना हमारा काम है। उत्तर प्रदेश में 2017 योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनी है। उसके बाद से ही प्रदेश में कानून का राज स्थापित हुआ है। नोएडा में नक्शे और प्लॉट को लेकर पहले काफी समस्या होती थी। इस पर नोएडा प्राधिकरण और हमारी सरकार ने कार्य किया है। अब कोई भी व्यक्ति नक्शा या प्लॉट को ऑनलाइन देऑनलाइन देख सकता है। इसके अलावा नोएडा प्राधिकरण और भी अन्य मुद्दों पर कार्य कर रहा है। इसको ले लगातार उत्तर प्रदेश शासन से भी वार्ता चल रही है। ऑनलाइन नक्शे और प्लॉट होने के बाद काफी दिक्कतें खत्म हो गई है और अन्य दिक्कतों पर भी काम किया जा रहा जल्द सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।”

नंद गोपाल नंदी ने आगे कहा, “अवैध निर्माण और अतिक्रमण पर योगी सरकार कितना सख्त कार्य कर रही है। इस बात से उत्तर प्रदेश का कोई भी निवासी बेखबर नहीं है। उत्तर प्रदेश में कानून का राज स्थापित हुआ है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्थबनाए रखने के लिए काफी अहम और बड़े फैसले लिए हैं। उन्होंने ऐतिहासिक कार्य किए हैं। जिसकी वजह से उत्तर प्रदेश को भारत का रोल मॉडल प्रदेश कहा जाता है। एक बात सभी को ध्यान रखनी चाहिए कि जो भी व्यक्ति अवैध कब्जा करेगा। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिले में रहने वाले जितने भी लोगों की समस्या है। उन सभी को ध्यानपूर्वक सुना गया है और सभी की समस्याओं का निस्तारण के लिए कार्य किया जा रहा है।”
एक पत्रकार ने सवाल पूछते हुए नंद गोपाल नंदी से कहा, “नोएडा को उत्तर प्रदेश का शो विंडो कहा जाता है। क्या आपको पता है कि कितने लोगों ने यहां पर जमीन परकब्जा किया हुआ है ?” पत्रकार के सवाल पर नंद गोपाल नंदी ने कहा, “जितने सवालों का जवाब अधिकारियों से मांगा गया है। उन सभी सवालों का जवाब मुझको मिल गयाहै। इस जानकारी को मैं अभी नोट कर लेता हूं और अगली मीटिंग में पूछूंगा। मैं हर 2 महीने में मीटिंग लूंगा। अगली मीटिंग में इस सवाल को जरूर पूछा जाएगा।”