लखनऊ | गया चरण दिनकर को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की मान्यता प्राप्त हो गई है। इससे पूर्व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहें स्वामी प्रसाद मौर्य के बसपा से इस्तीफा देने के बाद विगत 25 जून को मायावती की अध्यक्षता में बुलाई गई विधायकों की बैठक में बांदा के नरैनी सीट से विधायक गया चरण दिनकर को नेता प्रतिपक्ष के तौर पर चुना गया था। जिसके बाद बसपा विधायकों ने शाम को ही विधानसभा जाकर स्पीकर को पत्र सौंपा था।
- पार्टी की तरफ से नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के बाद गया चरण दिनकर ने विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय को मनोनयन पत्र सौंपा। वहीं, माता प्रसाद ने इस मामले पर सोमवार को फैसला लेने की बात कही थी।आज विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद ने गया चरण को नेता विपक्ष की मान्यता दे दी है। जिसके बाद अब गया चरण दिनकर विधानसभा में नेता विपक्ष होंगे।विधानसभा अध्यक्ष ने बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की मौजूदगी में दिनकर को पत्र देकर नेता विपक्ष नियुक्त कर दिया, और इसके साथ ही नेता विपक्ष के पद पर गतिरोध खत्म हो गया।स्पीकर के गया चरण को नेता विपक्ष मंजूर करने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्या नेता विपक्ष के पद से बेदखल हो गए हैं।
कौन हैं गया चरण दिनकर
- बांदा जिले के नरैनी क्षेत्र से बीएसपी विधायक गया चरण दिनकर की इलाके में छवि जुझारू नेता के तौर पर है।
- बांदा जिला बुंदेलखंड क्षेत्र में आता है। बुंदेलखंड में महोबा, चित्रकूट, हमीरपुर, बांदा, जालौन, झांसी और ललितपुर जिले आते हैं।
- इसके साथ ही गया चरण दिनकर बुंदेलखंड के प्रभारी भी हैं। दिनकर पहली बार 1991 में विधायक बने थें।
- पिछले दिनों गया चरण एक विवादित बयान देकर चर्चा में आये थें जिसमें उन्होंने कहा था कि बहुजन समाज की महिलाएं पढ़ी-लिखी नहीं हैं, और अन्य वर्ग की महिलाओं से बसपा को कोई फायदा नहीं होने वाला है, इसलिए बसपा में महिलाओं को कम टिकट दिया जाता है।