नई दिल्ली: अमेरिकी महिला से बलात्कार के दोष में फिल्म पीपली लाइव के सह निर्देशक महमूद फारुकी को 7 साल कैद की सजा सुनाई गई है. दिल्ली की साकेत कोर्ट ने पिछले दिनों फारुकी को दोषी ठहराया था.
फारूकी को सात साल की सजा के साथ साथ 50,000 रुपये जुर्माना भरने का आदेश भी दिया गया. फारुकी अगर जुर्माना नहीं भरते हैं तो उनकी सजा तीन महीने और बढा दिया जाएगा.
जिस दिन फारूकी को दोषी करार दिया गया था उस दिन सुनवाई के दौरान मेरिकी शोध छात्रा अपनी शिकायत पर बनी रही और फारूकी पर रेप का आरोप लगाया. हालांकि फारूकी ने आरोपों से इनकार करते हुए दावा किया कि उन्हें मामले में गलत तरीके से फंसाया गया.
क्या है पूरा मामला?
महिला जून 2014 में दिल्ली आई थीं और गोरखपुर में अपने काम के सिलसिले में संपर्क बनाने में लगी थीं. इसी बीच एक मित्र के जरिये वह फारूकी के संपर्क में आईं. घटना 28 मार्च, 2015 की है, जब फारूकी ने उसे रात्रिभोज के लिए अपने आवास पर आमंत्रित किया था.
पुलिस के आरोप-पत्र के अनुसार, महिला रात नौ बजे फारूकी के घर पहुंचीं. उसने देखा कि वह नशे में थे. फारूकी ने उससे दूसरे कमरे में जाने को कहा, जिसमें उनका दफ्तर था.
आरोप-पत्र के अनुसार, करीब 20 मिनट बाद महिला उस कमरे से निकलकर पोर्च में धूम्रपान के लिए गईं, जब फारूकी ने उससे अंदर आने तथा बैठने को कहा.
कुछ देर उससे बात करने के बाद फारूकी ने अचानक उसका चुंबन ले लिया और जबरन उसके साथ संबंध बनाए. अभियोजन पक्ष का कहना है कि इस घटना के बाद महिला बुरी तरह से डर गई.