लखनऊ | भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश सरकार के मुखिया श्री अखिलेश यादव पर केन्द्र सरकार द्वारा बिजली न देने के आरोप को निराधार बताते हुए सिरे से खारिज किया है भाजपा प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने आज लखनऊ में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार प्राइवेट कम्पनियों से लगभग 7 रूपये प्रतियूनिट बिजली खरीद रही है और एनर्जी एक्सचेन्ज को 2.5 रूपये प्रतियूनिट के हिसाब से बेच रही है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश का बिजली विभाग केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश की जनता के लिए उपलब्ध कराई जा रही सस्ती बिजली न खरीद कर प्राइवेट कम्मनियों से मंहगी बिजली खरीद रही है। और केन्द्र सरकार पर वोट की राजनीति के चलते भ्रामक आरोप लगा रही है। हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि मुख्यमंत्री केन्द्र सरकार पर आरोप लगाने के बजाय बार-बार विद्युत परिषद में लग रही आग और जल रही फाइलों की जांच कराकर विद्युत परिषद के भ्रष्टाचार को लेकर कार्यवाही करें ताकि प्रदेश की जनता को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि विद्युत परिषद में नियम कानून को बलाए ताक रखकर अहर्ता के विपरीत शीर्ष पदों पर हुई नियुक्ति की जांच कराये तो विद्युत में चल रहे भ्रष्टाचार की पोल खुल सकती हैं।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के ही चलते प्रदेश की जनता को बिजली नहीं मिल पा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी में आए दिन आम आदमी बिजली न मिल पाने से अंधेरे में रहता है परन्तु प्रदेश सरकार केन्द्र सरकार प्राइवेट कम्पनियों को फायदा पहुॅचाने के लिए से सस्ती दरों में उपलब्ध बिजली न खरीदकर मंहगी बिजली खरीद रही है।
प्रदेश प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि मंहगी बिजली खरीदकर प्रतिमाह सौ करोड़ से पांच सौ करोड़ के बीच औसत हानि उत्तर प्रदेश बिजली बोर्ड को हो रही है जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता को उठाना पड़ रहा है।