PM मोदी ने मॉनसून में जल संचय करने का किया आह्वान


 

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नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में सूखे की मार झेल रहे देश के विभिन्न राज्यों के लोगों से जल संचय करने का आग्रह किया। उन्होंने महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त इलाके लातूर में पानी पहुंचाने के लिए रेलवे की प्रशंसा की। साथ ही जल बचाव करने के लिए गांव के लोगों की भी तारीफ की।

आकाशवाणी पर अपने रेडियो संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सूखे की समस्या से निपटने के लिए सरकार प्रयास कर रही है लेकिन इस दिशा में नागरिक भी प्रयास करें। उन्होंने महाराष्ट्र के अहमदमगर जिले के एक गांव के लोगों की प्रशंसा करते हुए कहा कि गांव के कई किसानों ने गन्ना जैसी फसलों को छोड़ने का निर्णय किया जिसमें पानी ज्यादा लगता है। साथ ही ऐसे कारखानों को बंद करवाया जो पानी का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। वहां के लोग विभिन्न तरीकों से पानी बचाने का प्रयास कर रहे हैं। किसान ऐसे फलों एव सब्जियों की खेती कर रहे जिसमें कम पानी इस्तेमाल होता है।

उन्होंने कहा कि शुद्ध पीने का पानी जीडीपी ग्रोथ का कारण बन जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मौसम विभाग ने इस साल 106 से 110 प्रतिशत वर्षा होने की सम्भवना जताई है। इस समाचार से लोगों में नई चेतना आई है लेकिन इस खबर ने हमें नई चुनौतियां भी दी है। यह मानसून जल संरक्षण के लिहाज से हमारे लिए बड़ी चुनौती होगा। हमें पानी का संचय करने के लिए व्यवस्था बनानी होगी। पानी रूकेगा तो भूमिगत जल स्तर बढ़ेगा लेकिन इसके लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है।

गंगा की सफाई पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह परियोजना पिछले 30 साल से चल रही है। कई सरकीरें बनी, कई योजनाएं बनी फिर भी गंगा साफ नहीं हुई। गंगा जीवनदायिनी है। एक भागीरथ हमें गंगा दे गए लेकिन उसे बचाने के लिए हमें करोड़ो भागीरथों की जरूरत है। हमे चेंज एजेंट बनना पडेगा।

पंचायती राज दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री ने देशवासियों को बधाई दी। सरकार ने राज्य सरकारों के साथ मिलकर बाबा साहेब आंबेडकर की जयंती से लेकर आज पंचायती राज दिवस तक ग्रामोदय से भारतोदय अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि आज वह झारखंड में पंचायती राज दिवस मनाएंगे। इन 10 दिनों में गांवों में ग्राम पंचायतों ने जागरूकता फैलाई है।

शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर शर्मिला के प्रश्न पर प्रधानमंत्री मोदी ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि शिक्षा में विस्तार के बाद शिक्षा में सुधार की जरूरत है। अब तक हम विस्तार की बात करते थे लेकिन अब स्कूलिंग के साथ लर्निंग पर ध्यान देना होगा। अच्छी शिक्षा पर बल देना होगा। शिक्षा के साथ स्किल एवं प्रौद्योगिकी शिक्षा पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।

एनसीसी, एनएसएस, स्काउट में छात्रों एवं युवाओं की भूमिका पर बिजनौर से मोना के सवाल पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अभी हाल ही में उन्होंने एनसीसी, एनएसएस, स्काउट के मुखियाओं की एक बैठक बुलाई थी। मैं खुद एनसीसी का कैडेट था। छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ इन क्षेत्रों में सक्रिय होना चाहिए। इससे नई दृष्टि और प्रेरणा मिलती है।

उन्होंने कहा कि बैठक हमने इस बात पर बल दिया कि युवा कैडेट जल संचय का काम करें और लोगों को जागरूक करें। उन्होंने लोगों से पूछा कि हमारे युवा संगठनों की कार्यशैली कैसी होनी चाहिए। इसके लिए नरेंद्र मोदी ऐप पर बताएं।

गैस सब्सिडी पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे गर्व है कि 1 करोड़ परिवारो ने स्वेच्छा से गैस सब्सिडी छोडी है। इसमें मध्यम वर्ग एवं निम्न मध्यम वर्ग के परिवार हैं। इसमें 80 प्रतिशत लोगों ने कतार में खड़े होकर लिखित में सब्सिडी छोड़ी है जो बहुत बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि मैं उन लोगों को शत शत नमन करता हूं एवं अभिन्नदन करता हूं। उन्होंने अर्थशास्त्रियों एवं सरकारों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। यह अपने देश की जनता पर भरोसा करने का ही परिणाम है।

मीडिया में नकारात्मक खबरों पर रोष जताने वाले रवि के प्रश्न पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले से काफी बदलाव आया है। एक अखबार ने उन्हे लिखकर बताया कि वह हर सोमवार को सकारात्मक खबरें ही देगा। इसके साथ ही कई टीवी चैनल सकारात्मक खबरे दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम आजाद भी कहते थे कि अखबार के पहले पन्ने पर केवल सकारात्मक खबरें ही होनी चाहिए। अच्छी खबरें अच्छाई को बल देती है। अच्छाई ही बुराई को मात दे सकती है। अच्छी खबरों से लोगों के भीतर एक ऊर्जा आती है।

मध्य प्रदेश में चले रहे सिंहस्थ कुंभ में उन्होंने स्वच्छता बनाए रखने की अपील की और साथ ही उन्होंने कहा कि यह त्यौहार पानी के प्रति प्यार और जल के प्रति आस्था को बढ़ाता है। यह प्रेरणा देता है कि जल संचय कैसे करें। उन्होंने मध्य प्रदेश के पर्यटन विभाग से लोगों के बीच सिंहस्थ मेले के फोटो की प्रतियोगिता का आयोजन कराने को कहा।


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