लखनऊ,। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मजदूर दिवस 1 मई को बलिया में ग्रामीण इलाकों में निवास करने वाली गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी सिलेण्डर प्रदान करने के लिए ऐतिहासिक योजना लोकार्पण करेंगे। कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने के लिए पार्टी के प्रदेष महामंत्री संगठन सुनील बंसल बलिया कैम्प कर पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों को मार्गदर्षन कर रहे है। इस अवसर पर प्रदेष प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने बताया कि आज पार्टी के वरिश्ठ नेताओं और पदाधिकारियों ने ग्राम हैवतपुर में स्वच्छता अभियान चलाया जिसमें प्रमुख रूप से प्रदेष महामंत्री संगठन सुनील बंसल, प्रदेष प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक, प्रदेष मंत्री दयाषंकर सिह, प्रदेष उपाध्यक्ष हरद्वार दूबे, सांसद भरत सिंह, विधायक उपेन्द्र तिवारी ने भाग लिया। पार्टी पदाधिकारी नेतागण द्वारा कल बलिया में महापुरूशों की प्रतिमाओं को स्वच्छ किया जायेगा।
उन्होने बताया कि रैली की तैयारी अन्तिम दौर में है पूरे बलिया का स्वागत द्वारों, झण्डों, बैनरों से सजाया जा रहा है। ग्राम सम्पर्क पर विषेश ध्यान दिया जा रहा है। पार्टी के सभी नेतागण, पदाधिकारी, कार्यकर्ता दिन.रात परिश्रम करके नागरिकों को आमंत्रित कर रहे है। ग्राम सम्पर्क में माता बहनों को योजना से अवगत कराने एवं उनका आर्षीवाद प्राप्त करने का कार्य किया जा रहा है।उन्होने बताया कि आज केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मेन्द्र प्रधान आज ही बलिया पहुंच रहे है। प्रदेष अध्यक्ष केषव प्रसाद मौर्य कल 30 अप्रैल को बलिया पहुंचेंगे, साथ ही केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र एवं मनोज सिन्हा भी बलिया पहुंचकर कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा और कार्यकर्ताओं का मार्गदर्षन करेंगे। उन्होंने बताया कि देष के इतिहास में पहली बार पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय निर्धनतम परिवारों की करोड़ो महिलाओं को लाभ पहुंचाने वाली योजना का कार्यान्वयन करेगा। देष में निर्धनों को अभी तक खाने पकाने की गैस एलपीजी सीमित पहुंच रही है।
एलपीजी सिलेंडर की पहुंच मुख्य रूप से षहरी और अर्ध.षहरी क्षेत्रों तक है और इनमें से भी औसतन परिवार मध्यम और समृद्ध वर्ग के हैं। लकड़ी और उपलों ईंधन पर आधारित खाना बनाने से स्वास्थ्य से जुडी गंभीर समस्याएं देखी गयी हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अनुमान के मुताबिक भारत में 5 लाख लोगों की मृत्यु अस्वच्छ ईंधन के कारण होती है। इनमें से अधिकतर की मृत्यु का कारण गैरसंचारी रोग जैसे हदय रोग, आघात, दीर्घकालीन प्रतिरोधी फेफडे संबंधी रोग और फेफडे का कैंसर षामिल है। घरेलू वायु प्रदूशण बच्चो को होने वाले तीव्र श्वास संबंधी रोगो के लिए बडी संख्या में जिम्मेदार है। विषेशज्ञों के अनुसार रसोई में खुली आग जलाना प्रति घंटे चार सौ सिगरेट जलाने के समान है।