बनारस पहुंचे सूबे के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने शनिवार को विवादित बयान दिया। लखनऊ में मल्टीनेशनल कंपनी के एरिया मैनेजर को पुलिस द्वारा गोली मारने की घटना को लेकर मीडिया की ओर से पूछे गए सवालों के जवाब में मंत्री ने कहा कि गोली उन्हीं को लग रही है जो वास्तव में अपराधी हैं।
उनके इस बयान पर मीडिया ने जब सवाल पूछने शुरू किए तो अपने ही बयान पर फंसते देख मंत्री ने सफाई दी और कहा कि जो भी गलती करेगा उसे दंड मिलेगा। किसी भी हाल में दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। मंत्री ने कहा कि एनकाउंटर उन्हीं का हो रहा है जो अपराधी हैं। इस पर सवाल समाजवादी पार्टी के लोग खड़ा कर रहे हैं जो वास्तव में गुंडों के पोषक रहे हैं। उन्होंने कहा कि योगी व मोदी सरकार इस देश से भ्रष्टाचार एवं अपराध मिटाने पर कृत संकल्पित है।
बता दें, लखनऊ के गोमती नगर में शुक्रवार देर रात करीब पौने तीन बजे मकदूमपुर पुलिस चौकी के पास दो सिपाहियों ने एसयूवी में सवार ‘ऐपल’ के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को गोली मार दी। गोली लगते ही उनका संतुलन बिगड़ा और गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई। वहीं सिर पर गोली लगने से विवेक की मौके पर ही मौत हो गई। यह देखते ही दोनों आरोपी सिपाही मौके से भाग निकले। दूसरे पुलिसकर्मियों ने विवेक को अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना के समय विवेक के साथ उनकी महिला सहयोगी सना मौजूद थी। सना ने बताया कि मोबाइल लाचिंग के बाद एक पार्टी थी। पार्टी के बाद ही विवेक उन्हें विनीत खंड तीन में स्थित घर पर छोड़ने जा रहे थे। रास्ते में विवेक ने गाड़ी रोकी थी। तभी बाइक सवार दो पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और चेकिंग के बहाने गाड़ी रोकने लगे।
दोनों सिपाही गिरफ्तार
एडीजी आनन्द कुमार ने बताया कि यह हत्या का मामला है। गोली चलाने वाले सिपाही प्रशांत चौधरी और उसके साथी सिपाही संदीप कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है। दोनों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर किया है। मामले की जांचके लिए एसआईटी का गठन का कर दिया गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में कहा कि यह एनकाउंटर नहीं है। प्रथम दृष्टया दोषी गिरफ्तार हो गए हैं। जरूरी हुआ तो सीबीआई जांच भी कराएंगे।