ग्रामीण समृद्धि सम्मान समारोह 2015-16 सम्पन्न
लखनऊ,। ‘‘गरीबों, किसानों के चेहरों पर मुस्कान लाने का काम नाबार्ड संस्था द्वारा किया जा रहा है, यह बहुत ही उल्लेखनीय कार्य है। ये वही किसान हैं जिनके कठिन परिश्रम से हमें भोजन मिलता है, उनकी मदद करते हुये इनका सम्मान करते हुये हम आज स्वयं अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।’’ अरविन्द सिंह ‘गोप’, कैबिनेट मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग ने ये बातें राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक, उत्तर प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा आज यहाँ आयोजित ‘ग्रामीण समृद्धि सम्मान समारोह 2015-16’ के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कही। उन्होंने कहा कि नाबार्ड ग्राम्य विकास के क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य कर रहा है, यदि ऐसे ही ग्राम्य विकास विभाग, नाबार्ड, सभी बैंक और स्वयं सेवी संस्थायें मिलकर अविकसित गांवों के विकास के लिए निरन्तर कार्य करते रहे तो वह दिन दूर नहीं जब देश के मानचित्र पर उत्तर प्रदेश चमकते हुये सितारे के रूप में दिखाई देगा।
नाबार्ड के महाप्रबन्धक ए.के. सिंह ने कहा कि नाबार्ड एक यूनीक डेवलपमेन्ट आर्गेनाइजेशन के रूप में कार्य कर रहा है। सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुये उन्होंने नाबार्ड की कार्यप्रणाली पर विस्तार से प्रकाश डाला। बैंकर ग्रामीण विकास संस्थान के निदेशक डी0वी0 देशपाण्डे ने नाबार्ड के साथ ही बैंकर ग्रामीण विकास संस्थान (बर्ड) के उद्भव और विकास पर चर्चा की। इस अवसर पर एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। आर0बी0आई0 के महाप्रबन्धक श्री मेघनाद ने सभी बैंक मैनेजरों को सम्बोधित करते हुये कहा कि यदि बैंक मैनेजर गांवों में मन लगाकर कार्य करें तो निश्चित ही वे गरीब जनता के लिए मसीहा हो सकते हैं। उन्होंने बैंक की कार्यप्रणाली को त्वरित और सरल करने का सुझाव दिया ताकि गरीब जनता का कल्याण हो सके।
ग्रामीण समृद्धि सम्मान समारोह के तहत ग्रामीण विकास में नवोन्मेशी पहल करने वाले बैंकों तथा गैर सरकारी संस्थानों, सूक्ष्म वित्त में उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयं सहायता समूह, किसान क्लब, वित्तीय समावेश, आदिवासी विकास कार्यक्रम, कृषक उत्पादक संगठनों को उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया। ग्राम्य विकास मंत्री श्री गोप ने कुल 68 प्रतिभागियों और संस्थानों को प्रतीक चिन्ह और प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबन्धक नाबार्ड ए.के. पंडा, निदेशक बर्ड, डी.वी. देशपाण्डे, प्रधानाचार्य नाबार्ड स्टाफ कालेज मुनीस, महाप्रबन्धक नाबार्ड दलजीत सिंह, ए.के. सिंह, सुरेश चन्द्र तथा रिजर्व बैंक के महाप्रबन्धक मेघनाथ उपस्थित थे।