नई दिल्ली। जेवरातों पर एक प्रतिशत का उत्पाद शुल्क पुन लगाने के सरकार के प्रस्ताव के खिलाफ देशभर के सर्राफा कारोबारियों की हड़ताल अब 7 मार्च तक जारी रहेगी। ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी ट्रेड फेडरेशन जीजेएफ के चेयरमैन जी वी श्रीधर ने यह जानकारी दी।
श्रीधर ने कहा कि रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के लिए तैयार किए गए उत्पाद शुल्क दिशानिर्देशों का मसौदा व्यावहारिक तौर पर लागू करने के योग्य नहीं है। यह उद्योग के लिए काफी प्रतिकूल साबित होगा। हम सरकार से सकारात्मक नतीजों की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन हमारा आंदोलन और विरोध जारी रहेगा।
जीजेएफ ने ऑल इंडिया ज्वेलरी एसोसिएशन के साथ हड़ताल को बढ़ाकर 7 मार्च तक जारी रखने का फैसला किया है। सर्राफा कारोबारी 2 मार्च को तीन दिन की हड़ताल पर गए थे। बजट 2016-17 में सरकार ने बिना इनपुट के्रडिट के रत्न एवं आभूषण क्षेत्र पर एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगाया है। इनपुट क्रेडिट के साथ यह 12.5 प्रतिशत होगा।
जीजेएफ के पूर्व चेयरमैन बच्छराज बमालवा ने कहा कि हम यह समझ नहीं पा रहे हैं कि सरकार को इसे पुन क्यों लगाना पड़ा है। पूर्व में भी इस तरह के उत्पाद शुल्क उपायों से वांछित नतीजे नहीं मिले थे और बाद में उन्हें वापस लेना पड़ा था।