UP में कोरोना से शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिजनों को जल्द नौकरी , शासनादेश जारी


50 की उम्र पार कर चुके उन पुलिसकर्मियों को कोरोना की फ्रंटलाइन ड्यूटी से हटाया जा रहा है जिनको डायबिटीज, हार्ट, लंग, लीवर से संबंधित बीमारियां हैं

कोरोना की फर्स्ट और सेकंड वे अब तक 162 पुलिसकर्मी शहीद हुए


lucknow | एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि कोरोना की वजह से शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिवार को मृतक आश्रित कोटे से जल्द नौकरी दी जाएगी, इस संबंध में शासनादेश भी जारी हो चुका है और प्रक्रिया भी चल रही है. एडीजी एलओ ने कहा कि शासन की ओर से स्वीकृत आर्थिक सहायता भी परिजनों को दी जा रही है.

प्रशांत कुमार ने बताया कि 50 की उम्र पार कर चुके उन पुलिसकर्मियों को कोरोना की फ्रंटलाइन ड्यूटी से हटाया जा रहा है जिनको डायबिटीज, हार्ट, लंग, लीवर से संबंधित बीमारियां हैं. इसके चलते पुलिस फोर्स में आई कमी को दूर करने के लिए 134 कंपनी पीएसी भी दी गई है. पुलिस मुख्यालय से निर्देशजारी किए गए हैं कि कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हुए पुलिसकर्मियों को सख्त ड्यूटी न दी जाए. उन्होंने कहा कि 50 की उम्र पार कर चुके पुलिसकर्मियों और हाल ही में कोरोना नेगेटिव हुए पुलिसकर्मियों को कंटेंटमेंट जोन, कोरोना अस्पताल के पास ड्यूटी न दी जाए.

एडीजी एलओ आगे कहते हैं कि कोरोना की फर्स्ट और सेकंड वे अब तक 162 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं. मार्च 2020 से अब तक कुल 21455 पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित हुए हैं जिनमें से 19313 स्वस्थ हो चुके हैं. वहीं वर्तमान में 1979 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव है जबकि 9246 पुलिसकर्मी संक्रमण की आशंका से क्वॉरेंटाइन किए गए हैं. सभी जिलों की पुलिस लाइन में कोविड केयर सेंटर चलाए जा रहे हैं और पुलिस के दफ्तरों में भी कोविड केयर सेंटर की स्थापना की गई है जहां पर कोरोना से निपटने की तैयारी की गई है.


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