उपराष्ट्रपति ने नवनिर्मित आर0टी0आई0 भवन का लोकार्पण किया
लखनऊ: उपराष्ट्रपति श्री मोहम्मद हामिद अंसारी ने कहा कि किसी भी लोकतंत्र की सफलता के लिए सूचना का मुक्त प्रवाह अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में सूचना का अधिकार अधिनियम को सरकारी काम-काज में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा की मंशा से लागू किया गया था। इसका एक उद्देश्य नागरिकों को अधिकार सम्पन्न बनाना, सूचना प्रदाता और सूचना मांगने वाले के बीच की दूरी को कम करना, प्रशासन की कार्यकुशलता बढ़ाना तथा भ्रष्टाचार को मिटाने के साथ सुशासन को बढ़ावा देना भी था। उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि आजाद भारत में पारित यह सर्वाधिक सशक्त और प्रगतिशील कानूनों में से एक है।
उपराष्ट्रपति ने यह विचार आज यहां गोमतीनगर में उत्तर प्रदेश सूचना आयोग के भवन ‘आर0टी0आई0 भवन‘ के लोकार्पण के अवसर पर व्यक्त किए। श्री अंसारी ने कहा कि भारत का सूचना का अधिकार अधिनियम विश्व के सर्वाेत्तम कानूनों में से एक है, जिसे लागू किए जाने का ट्रैक रिकाॅर्ड उत्कृष्ट है। उन्होंने कहा कि इसका अनुपालन नहीं किए जाने पर दण्डनीय उपबन्धों के साथ एक सुस्पष्ट, समयबद्ध कार्यान्वयन अनुसूचियों का होना, एक न्यूनतम अपवाद खण्ड का होना और एक अच्छी तरह से संरक्षित अपील प्रणाली का होना इसकी मुख्य विशेषताएं हैं।
श्री अंसारी ने कहा कि नागरिक समाज संगठनों और मीडिया द्वारा भ्रष्टाचार और जवाबदेही के स्तरों पर सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए इस अधिनियम का उपयोग किया जा रहा है। लोगों ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली, निजीकरण की पहल, पेंशन, सड़क मरम्मत, बिजली कनेक्शन जैसे मुद्दों, दूरसंचार संबन्धी शिकायतों को आर0टी0आई0 के माध्यम से निपटाया है। ईमानदार अधिकारी भी स्वयं को मजबूत स्थिति में महसूस कर रहे हैं क्योंकि उनके द्वारा लिए जाने वाले निर्णय अब नागरिक समाज और मीडिया की जांच के दायरे में हैं, जो किसी भी बाहरी दबाव के लिए एक निवारक के रूप में कार्य करता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस भवन के निर्माण से आर0टी0आई0 से सम्बन्धित कार्याें को सुचारु रूप से सम्पादित करने में आसानी होगी।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने कहा कि सूचना आयोग को नया भवन मिल जाने से अब वह अपने दायित्वों का निर्वाह भली-भांति प्रभावशाली ढंग से कर सकेगा। इस कानून से लोगों का आत्मविशवास बढ़ा है और उन्होंने इसके महत्व को समझा है। इसके आने के बाद से अब कार्य समय से पूरे हो रहे हैं। प्रदेश में बड़ी संख्या में आर0टी0आई0 से सम्बन्धित अधिकारियों के विधिवत प्रशिक्षण पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इसे शीघ्र किया जाना चाहिए। उन्होंने लोगों को आर0टी0आई0 एक्ट के सही उपयोग के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता को भी रेखांकित किया।
श्री नाईक ने कहा कि इस कानून के लागू होने से सरकारी काम-काज में पारदर्शिता आई है। मौखिक आदेशों की संख्या भी कम हुई है। उन्होंने कहा कि यदि भ्रष्टाचार अभिशाप है तो आर0टी0आई0 वरदान है। उन्होंने खेद व्यक्त किया कि कुछ लोग इस कानून का दुरुपयोग भी कर रहे हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने इसके दुरुपयोग को रोकने पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि यह कानून स्वच्छ एवं भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के लिए लागू किया गया है, जिसका लाभ सभी को मिलेगा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि समाजवादी लोग आर0टी0आई0 के प्रबल समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि इस एक्ट के लागू होने से जनता को काफी लाभ मिला है। लोगों की समस्याओं की जानकारी मिलने से ‘गवर्नेन्स‘ में भी आसानी होती है। चंूकि यह जानकारी कानून के माध्यम से मिलती है, इसलिए जनता लाभान्वित होती है। उन्होंने कहा कि इस कानून ने जानकारी उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
श्री यादव ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सूचना का अधिकार कानून जनता के हाथ में दी गई बहुत बड़ी ताकत है। उन्हांेने कहा कि इसके तहत कोई भी व्यक्ति सरकार के किसी भी दफ्तर से अभिलेखों में दर्ज सूचना मांग सकता है। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि मांगी गई सूचना तय समय में मुहैया कराई जाए। उन्होंने कहा कि इसके लागू होने से सरकारी काम-काज में पारदर्शिता बढ़ी है और सरकारी अधिकारियों की जवाबदेही भी तय की जा रही है। इसके चलते भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगी है। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार सूचना का अधिकार कानून को प्रभावी ढंग से अमल में लाने की शुरू से हिमायती रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस भवन का निर्माण इसी उद्देश्य से कराया गया है कि सूचना आयोग का अपना एक कार्यालय हो जहां से वह अपने सभी कार्य भली-भांति कर सके और लोगों को असुविधा न हो। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस भवन से संचालित सूचना आयोग का लाभ सभी लोगों को मिलेगा।
कार्यक्रम को मुख्य सूचना आयुक्त श्री जावेद उस्मानी तथा इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री ए0पी0 साही ने भी सम्बोधित किया। अन्त में, धन्यवाद ज्ञापन राज्य सूचना आयुक्त श्री अरविन्द सिंह बिष्ट ने किया।
कार्यक्रम के दौरान उप राष्ट्रपति श्री मो0 हामिद अंसारी, राज्यपाल श्री राम नाईक तथा मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने सम्मिलित रूप से बटन दबाकर आर0टी0आई0 भवन का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर बेसिक शिक्षा मंत्री श्री अहमद हसन, अन्य राज्य सूचना आयुक्त, सूचना आयोग के अधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में मीडिया प्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।