लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने लखनऊ मेट्रो, वाराणसी विकास प्राधिकरण एवं मै0 राइट्स के संयुक्त प्रयासों द्वारा तैयार की गई वाराणसी मेट्रो रेल की विस्तृृत परियोजना रिपोर्ट पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार अपने राज्य के विभिन्न शहरों में मेट्रो लाने के लिये कृतसंकल्प है। वाराणसी परियोजना की डी0पी0आर0 प्रस्तुत किया जाना इस दिशा में आगे बढ़ने का कदम है।
उन्होंने बताया कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट में वाराणसी मेट्रो रेल परियोजना के लिए 29.235 किलोमीटर की कुल लंबाई के साथ दो गलियारों की संकल्पना की गई है। पहला गलियारा बीएचईएल से बीएचयू से तक होगा, जिसकी दूरी 19.35 किलोमीटर होगी, जिसमें 3.845 किलोमीटर की एलीवेटिड दूरी और 15.505 किलोमीटर की अंडरग्राउंड दूरी है। दूसरा गलियारा 9.885 किलोमीटर लंबा है, जो बेनिया बाग से सारनाथ तक जाएगा, जिसमें 1.923 किलोमीटर की एलीवेटिड दूरी और 7.962 किलोमीटर की अंडरग्राउंड दूरी शामिल है।
मुख्य सचिव आज यहां शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में वाराणसी मेट्रो रेल परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट के प्रस्तुतीकरण बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि वाराणसी शहर की भौगोलिक तंगियों को दृष्टिगत रखते हुये मेट्रो का अधिकांश भाग भूमिगत रखा गया है। उन्होंने बताया कि बीएचईएल से बीएचयू गलियारे के लिए कुल 17 मेट्रो स्टेशनों (4 एलीवेटेड व 13 अंडरग्राउंड) तथा बेनिया बाग से सारनाथ गलियारे के लिए 9 स्टेशनों (2 एलीवेटिड, 7 अंडरग्राउंड) का निर्माण कराया जायेगा।
श्री रंजन ने बताया कि गणेशपुर में 13.2 हेक्टेयर क्षेत्रफल में दोनों गलियारों के लिए एक अनुरक्षण डिपो बनाया जायेगा। वाराणसी में मेट्रो तीन कार यूनिट की ट्रेन होगी, जो लगातार स्वचालित रेलगाड़ी नियंत्रण के साथ संचार आधारित रेलगाड़ी नियंत्रण (सीबीटीसी) सिगनल तकनीक पर मानक आमान के रेलपथ पर चलेगी, जिससे 90 सेकेंड का प्रचालनिक हेडवे संभव होगा। वाराणसी मेट्रो के निर्माण कार्य को पूरा करने की कर और शुल्क सहित कुल अनुमानित लागत 17,227 करोड़ रुपये है। यह परियोजना 50ः50 इक्विटी भागीदारी के साथ भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच एक संयुक्त उद्य़म के रूप में शुरु किए जाने की संकल्पना की गई है।
राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश के चार महत्त्वपूर्ण शहरों अर्थात कानपुर, वाराणसी, मेरठ और आगरा में मेट्रो के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन को ‘समन्वयक’ का उत्तरदायित्व सौंपा था। इस प्रयोजन हेतु मैसर्स राइट्स को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए नियुक्त किया गया था। मई, 2015 में वाराणसी में मेट्रो के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने का कार्य आरंभ हुआ था।
बैठक में प्रमुख सचिव आवास श्री सदाकांत, मण्डलायुक्त वाराणसी श्री नितिन रमेश गोकर्ण, वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री एम0पी0सिंह, प्रबंध निदेशक एलएमआरसी श्री कुमार केशव, मैसर्स राइट्स के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री राजीव मेहरोत्रा सहित सम्बन्धित विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।