लखनऊ : मथुरा हिंसा के बाद जारी घमासान के बीच अखिलेश सरकार ने वहां के डीएम व एसएसपी को हटा दिया है. मथुरा हिंसा के बाद राज्य सरकार की ओर से की गई यह पहली कार्रवाई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार मथुरा के डीएम राजेश मीणा और एसएसपी राकेश सिंह हटाए गए हैं. दोनों अधिकारियों का तबादला आज कर दिया गया है. हिंसा के बाद दोनों में आपसी तालमेल नहीं होने का आरोप लगा था. प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश के बाद यह कार्रवाई हुई है. खबर के अनुसार मथुरा के नए डीएम का पद निखिल शुक्ला जबकि एसएसपी का पद बबलू कुमार संभालेंगे.
उधर, मथुरा कांड पर आज उत्तरप्रदेश ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट भेज दी है. सूत्रों के अनुसार, रिपोर्ट में कहा गया है कि मथुरा पुलिस मथुरा के जवाहरबाग में हालात को काबू में करने में विफल रही. इस विफलता के लिए मथुरा पुलिस को जिम्मेवार ठहराया गया है. साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि वह भड़की हिंसा राजनीतिक हिंसा नहीं थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि अतिक्रमणकारियों की ताकत को भांपने में मथुरा पुलिस विफल रही.
इधर, विपक्षी दलों की आलोचना झेल रही सपा सरकार पर मामले के मास्टर माइंड रामवृक्ष यादव के साथ सांठ-गांठ का आरोप भाजपा ने लगाया है. मथुरा हिंसा मामले में आज ललितपुर में अल्प प्रवास के दौरान पहुंचे शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने सरकार को आड़े हाथ लिया है. उन्होंने मथुराकांड को शासन की विफलता करार दिया और कहा कि यादव-यादव के चक्कर में इस हिंसा को हवा मिली.
आपको बता दें कि मथुरा के जवाहर बाग पर अवैध कब्जा करने वाले लोगों से हुई पुलिस मुठभेड में मारे गए मृतकों की संख्या 29 हो गई है. इस हिंसा में 2 पुलिस अधिकारियों के अलावा 27 दंगाइयों की भी मौत हुई है. हिंसा की अगुवाई करने वाले स्वाधीन भारत विधिक सत्याग्रह नामक अवैध संगठन के मुखिया रामवृक्ष यादव की भी हिंसा में मौत हो चुकी है.
उत्तर प्रदेश सरकार मथुरा में जिलाधिकारी एवं एसएसपी को हेलीकॉप्टर से भेज रही है. दोनों अधिकारी मथुरा में हेलीकॉप्टर से लैंड करेंगे.