‘राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम’ वायु प्रदूषण से निपटने में मील का पत्थर: ग्रीनपीस इंडिया


The locality of Darri, Korba and CSEB Hasdeo Thermal Power Plant. The populace, sandwiched between the CSEB and NTPC Thermal Power plants, is reeling under the pollution cased by the power plants.

 

नई दिल्ली। वायु प्रदूषण की वजह से पूरे देश में जारी स्वास्थ्य संकट से निपटने की दिशा में पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लेते हुए देशभर में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) को बनाकर वायु प्रदूषण से निपटने की सूचना दी है। राज्यसभा में पूछे एक सवाल के जवाब में मंत्रालय ने इस कार्यक्रम की जानकारी देकर साफ हवा की उम्मीद को जगाया है। ग्रीनपीस इंडिया ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा है कि यह कदम वायु प्रदूषण संकट से निपटने में मील का पत्थर साबित होगा।

पर्यावरण मंत्रालय के कदम का स्वागत करते हुए ग्रीनपीस कैंपेनर सुनील दहिया ने कहा, “भारत के वायु संकट से निपटने में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम सबसे महत्वपूर्ण कदम है। इस कार्यक्रम को सही तरीके से लागू करवाने के लिये इसे एक तय समयसीमा के भीतर स्पष्ट लक्ष्यों के साथ लाना होगा। सरकार की लोगों के स्वास्थ्य के प्रति ज़िम्मेदारी तय करके ही इस कार्यक्रम के सही मकसद को हासिल किया जा सकता है

राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम को देश के लोगों की जीत बताते हुए सुनील ने कहा, “ग्रीनपीस द्वारा वायु प्रदूषण पर जारी एयरपोकैलिप्स रिपोर्ट ने इस बात को साबित किया था कि पूरा देश जहरीली हवा की चपेट में है और इससे निपटने के लिये राष्ट्रीय स्वच्छ हवा कार्ययोजना लाने की जरुरत है। हमने अपने दूसरे पत्रों, बयानों, रिपोर्ट जैसे क्लिन एयर एक्शन प्लान:द वे फॉर्वड में भी इस बात पर जोर दिया था कि हमें एक तय समय सीमा के भीतर, जिम्मेदारी तय करते हुए तत्काल एक राष्ट्रीय कार्ययोजना लाने की जरुरत है। ग्रीनपीस के साथ-साथ देशभर के कई दूसरी संस्थाओं और सामाजिक  संगठनों ने मिलकर लगातार सरकार से राष्ट्रीय स्वच्छ हवा कार्ययोजना की मांग की है, जिसका नतीजा है कि आज सरकार ने इस दिशा में अपना पहला कदम बढ़ाया है। अब हम उम्मीद कर सकते हैं कि इस कार्यक्रम को सही तरीके से लागू करके देश के लोगों को स्वच्छ हवा लेने के अधिकार को दिया जा सकता है।


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