36 घंटे में होगी दयाशंकर की गिरफ्तारी, अल्टीमेटम के बाद बसपाइयों का प्रदर्शन खत्म
लखनऊ, । बसपा सुप्रीमों मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले भाजपा नेता दयाशंकर सिंह के खिलाफ हजारों बसपा कार्यकर्ताओं ने आंबेडकर प्रतिमा पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान हजरतगंज चैराहा ब्लू कलर में रंगा नजर आया। प्रदर्शनकारी केंद्र सरकार विरोधी नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शन में भारी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थी। पूरा हजरतगंज चैराहा बसपाइयों के बैनर पोस्टरों से पटा नजर आया और हजरतगंज का मुख्य चैराहा जाम से जूझ रहा था।
गौरतलब है कि दया शंकर सिंह ने टिकट बिक्री के मामले पर टिप्पणी करते हुए मायावती की तुलना एक वैश्या से कर दी थी। उन्होंने कहा था कि मायावती जिस तरह से मोलभाव कर रही हैं, इस तरह एक वेश्या भी अपने पेशे को लेकर नहीं करती। दया शंकर सिंह ने मऊ में यह विवादित बयान दिया था। वहीं, भाजपा नेता के इस बयान पर मायावती ने कहा कि भाजपा नेता यूपी में पार्टी की पकड़ ढीली होने से बौखला गए हैं। इस तरह का बयान हताशा का परिचय है। इसके बाद मायावती ने इसका विरोध किया तो दयाशंकर को उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि दयाशंकर को उनके पद से हटा दिया गया है।
बसपा सुप्रिमो मायावती ने राज्यसभा में दयाशंकर द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पड़ी पर जमकर हंगामा काटा इसी के चलते गुरुवार को शहर के विभिन्न इलाकों से हजारों की संख्या में आये बसपाइयों ने हजरतगंज स्थित अम्बेडकर प्रतिमा पर जोरदार धरना-प्रदर्शन कर नारेबाजी की इससे ट्रैफिक ब्लॉक हो गया। करीब पांच घंटे हजरतगंज चैराहा स्थित आंबेडकर प्रतिमा पर चला उग्र प्रदर्शन आखिरकार 36 घंटे में गिरफ्तारी के अल्टीमेटम के बाद समाप्त हो गया। प्रदर्शन में भारी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थी। वहीं, सूत्रों के मुताबिक दयाशंकर को हजरतगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है लेकिन बसपाइयों के गुस्से के चलते उन्हें छिपा कर रखा है ताकि बवाल न हो।
गौरतलब है कि दया शंकर सिंह ने टिकट बिक्री के मामले पर टिप्पणी करते हुए मायावती की तुलना एक वैश्या से कर दी थी। उन्होंने कहा था कि मायावती जिस तरह से मोलभाव कर रही हैं, इस तरह एक वेश्या भी अपने पेशे को लेकर नहीं करती। दया शंकर सिंह ने मऊ में यह विवादित बयान दिया था। वहीं, भाजपा नेता के इस बयान पर मायावती ने कहा कि भाजपा नेता यूपी में पार्टी की पकड़ ढीली होने से बौखला गए हैं। इस तरह का बयान हताशा का परिचय है। इसके बाद मायावती ने इसका विरोध किया तो दयाशंकर को उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया।
बसपा सुप्रिमो मायावती ने राज्यसभा में दयाशंकर द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पड़ी पर जमकर हंगामा काटा साथ ही भाजपा के यूपी उपाध्यक्ष को पार्टी से निकालने की मांग उठाई। दयाशंकर ने मायावती पर की गई अभद्र टिप्पणी के लिए राज्यसभा में माफी भी मांगी थी, लेकिन हंगामा कम न हुआ। इसी के चलते गुरुवार को शहर के विभिन्न इलाकों से हजारों की संख्या में आये बसपाइयों ने हजरतगंज स्थित अम्बेडकर प्रतिमा पर जोरदार धरना-प्रदर्शन कर नारेबाजी की।