आन्दोलन का प्रथम चरण- जनपदों में जोरदार प्रदर्शन
लखनऊ। कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी-पुरानी पेंशनबहाली मंच के आवाह्न पर आज प्रदेश के समस्त जनपदों में पुरानी पेंशन बहाली हेतु जबरदस्त धरना प्रर्दशन कर आन्दोलन का आगाज किया गया। मंच द्वारा पुरानी पेंशन बहाली हेतु पूर्व से चलाये जा रहे आन्दोलन के दबाव के चलते मुख्यमंत्री ने समिति गठित कर पुरानी पेंशन बहाली हेतु कार्यवाही का आदेश दिया था। परन्तु अधिकारियों के उदासीनता के चलते समिति द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया जा सका। समिति का कार्यकाल 24, दिसम्बर, 2018 को समाप्त होने के बाद भी पुरानी पेंशन बहाली पर कोई सार्थक कार्यवाही न होने से प्रदेश के लाखों कर्मचारी, शिक्षक, एवं अधिकारियों में आक्रोश स्पष्ट दिखाई दिया। मंच के पदाधिकारियों ने प्रदेश के मुखिया के आश्वासन पर स्थगित आन्दोलन को पुनः प्रारम्भ करने का निर्णय लिया था। जिसके लिये मंच ने टीमों को गठित कर पूरे प्रदेश में जनजागरण के साथ ही आज प्रदेश के समस्त जनपदों में एक दिवसीय धरना प्रर्दशन कर आन्दोलन की शुरूआत की गई।
धरने के उपरान्त जनपदों में जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया । राजधानी लखनऊ में धरने का आयोजन कर्मचारी नेता स्व0 बी0एन0 सिंह जी की प्रतिमा स्थल (कर्मचारी प्रेरणा स्थल) पर किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में शिक्षक, कर्मचारी, एवं अधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के जनपद अध्यक्ष सुधांशु मोहन एवं संचालन परिषद के संगठन मंत्री संजीव गुप्ता और जिलामंत्री अमिता त्रिपाठी ने किया। पुरानी पेंशन प्रदेश के कर्मचारी, शिक्षक, एवं अधिकारियों के बुढापे का एकमात्र सहारा है सरकार इस प्रकरण को गम्भीरता से ले- संरक्षक यू0पी0 पी0सी0एस0 एसो0 बाबा हरदेव सिंह
धरने को सम्बोधित करते हुए अधिकारी महापरिषद के प्रधान महासचिव डॉ0 एस0के0 सिंह, मंच के चेयरमैन संघर्ष समिति शिवबरन सिंह यादव, नगर निगम के अध्यक्ष आनन्द वर्मा, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रामराज दुबे, राजकीय वाहन चालक महासंघ के अध्यक्ष रामफेर पाण्डे व महामंत्री मिठाई लाल, डिप्लोमा इंजी0 महासंघ के पूर्व अध्यक्ष इं0 एस0पी0 मिश्रा, डिप्लोमा इंजी0 संघ लो0नि0वि0 के का0 अध्यक्ष इं0 दिवाकर राय, सर्किल मिनि0 एसो0 के सुनील यादव, महामंत्री जे0पी0 तिवारी, लेखपाल संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह व जिलामंत्री, दिलीप बाथम, विशिष्ट बी0टी0सी0 के अध्य़क्ष संतोष तिवारी, अटेवा के प्रान्तीय मंत्री प्रदीप सिंह, संयोजक बी0एस0 डोलिया, राजर्षि त्रिपाठी, धर्मेन्द्र सिंह, वन्दना सक्सेना, पीयूष कुमार, फहीम बेग, अरविन्द यादव, सुपवाईजर संघ की अध्यक्षा रेनू शुक्ला, इन्द्रासन सिंह ‘‘इन्दू‘‘ अविनाश चन्द्र श्रीवास्तव, सुभाष चन्द्र तिवारी, अमरजीत मिश्रा, अनुज शुक्ला, आई0एन0 त्रिपाठी, वीरेन्द्र यादव, अशोक कुमार सिंह, राम सुरेश सिंह, जितेन्द्र कुमार, धर्मपाल साहू, सहित तमाम पदाधिकारियों ने अपने सम्बोधन में सरकार की वादाखिलाफी के विरूद्ध आक्रोश व्यक्त किया एवं मंच द्वारा चलाये जा रहे आन्दोलन कार्यक्रम में कर्मचारी, शिक्षक, एंव अधिकारियों से बढ-़चढ कर हिस्सा लेने के आवाह्न किया।
धरने को सम्बोधित करते हुए मंच के प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 दिनेश चन्द्र शर्मा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा की यदि सरकार कर्मचारी, शिक्षक, एवं अधिकारियों के बुढापे का सहारा-पुरानी पेंशन को बहाल नहीं करती है तो प्रदेश में 06 फरवरी से 12 फरवरी तक होनी वाली महा-हड़ताल के लिये तैयार रहे। धरने के उपरान्त जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रुप मे ंउपस्थिति ए0सी0एम0,-5 के माध्यम से मा0 मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया।
परिषद के संगठन मंत्री संजीव गुप्ता ने कहा की सरकार की निष्क्रियता के चलते प्रदेश के लाखों कर्मचारी, शिक्षक, एंव अधिकारी आन्दोलन के बाध्य है फरवीर में होने वाली महा-हड़ताल से नुकसान के लिये पूर्ण रुप से सरकार जिम्मेदार होगी।
मीडिया प्रभारी मनोज श्रीवास्तव ने बताया की आज के सफल धरना-प्रर्दशन के बाद 28 जनवरी, 2019 को प्रदेश के समस्त जनपद मुख्यालयों पर विशाल मंशाल जुलूश निकालकर विरोध प्रकट किया जायेगा एवं उसके उपरान्त भी यदि सरकार नहीं चेती तो फरवरी में महा-हड़ताल निश्चित है।