lucknow | प्रदेश के अपर मुख्य सचिव डा0 नवनीत सहगल से आज लोक भवन स्थित सभागार में 2021 बैच के भारतीय विदेश सेवा (आई0एफ0एस0) के प्रशिक्षु अधिकारियों ने भेंट की।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव ने प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डालर एकोनॉमी बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। प्रदेश जीडीपी बढ़ाने में कृषि और एमएसएमई क्षेत्र की महत्वपूर्ण भमिका है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष बैंको द्वारा नौ मिलियन माइक्रो एण्ड स्माल इन्डस्ट्रीज को फाइनेंस किया गया है, जिससे प्रदेश में लगभग 4000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आजीविका के लिए पारंपरिक उत्पादों पर काफी काम हो रहा है। इसको और अधिक आगे बढ़ाने में आईएफएस अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। साथ वे प्रदेश में विदेशी निवेश कराने में भी काफी सहयोग प्रदान कर सकते है।
अपर मुख्य सचिव ने राज्य सरकार की महात्वाकांक्षी एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना का जिक्र करते हुए कहा कि यह योजना देश-विदेश मंे अपनी पहचान बना चुकी है। ओडीओपी उत्पादों की अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंचाने बनाने के लिए लगातार दूतावासों से सम्पर्क किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को ओडीओपी उत्पाद उपहार स्वरूप दिये और उनकी विशेषाताओं से भी उनको परिचित कराया। उन्होंने सभी प्रशिक्षु अधिकारियों को शुभकामनायें देते हुये कहा कि उन्हें राष्ट्र की सेवा करने और विश्व स्तर पर राष्ट्रीय हितों को आगे बढ़ाने का अवसर प्राप्त हुआ है, जिसे वह पूरी ईमानदारी से आगे बढ़ायें।
अपर मुख्य सचिव ने मिलने वाले प्रशिक्षु अधिकारियों में सुश्री अपाला मिश्रा, सुश्री सदफ चौधरी, सुश्री गरिमा नौटियाल, सुश्री दिव्या अखौरी, सुश्री सृष्टि, श्री अभिषेक कटियार एवं श्री आशीष कुमार वर्मा शामिल थे।