लखनऊ | उत्तर प्रदेश में बेहतर ऑनलाइन खनिज प्रबंधन प्रणाली विकसित करने तथा माइन मित्रा जैसे अत्याधुनिक व बहुउपयोगी पोर्टल विकसित कर लोगों को उचित दामों पर और आसानी से खनिजों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए कंप्यूटर सोसायटी आफ इंडिया द्वारा भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग उत्तर प्रदेश को सीएसआई नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा मुख्यमंत्री के निर्देशन में जनसुविधाओं के लिए खनन से सम्बंधित समस्त सेवाओं को एक कामन प्लेटफॉर्म पर लाते हुए यू ०पी० माइन मित्रा पोर्टल विकसित किया गया । जिसमें नागरिकों के लिए आनलाइन आवेदन , परिवहन प्रपत्र,आन लाइन किश्तों का भुगतान आदि की सुविधा दी गई है, इसके साथ ही अवैध खनन व अवैध परिवहन की रोकथाम हेतु गेट एवं खदानों में लगे धर्मकांटा (weigh bridge)को निदेशालय स्थित कमाण्ड सेन्टर से जोड़ा गया है ।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर आम जनता को खनिजों की सर्व सुलभता तथा मूल्यों पर नियंत्रण के लिए माइन मित्रा पोर्टल, ईज आफ डूइंग बिजनेस के अंतर्गत ऑनलाइन खनिज प्रबंधन, ऑनलाइन नागरिक/ किसान सेवाएं ,इंटीग्रेटेड माइनिंग सर्विलांस सिस्टम ई -कॉमर्स प्लेटफॉर्म मिनरल मार्ट जैसी बेहतर जन सुविधाएं उत्तर प्रदेश में भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा विकसित की गई। जिसके अंतर्गत लीज धनराशि का ऑनलाइन भुगतान, ई-फार्म- सी( भंडारण लाइसेंसधारक द्वारा निर्गत परिवहन प्रपत्र )ईट भट्ठा हेतु ऑनलाइन भुगतान’ अन्य प्रदेशों से उत्तर प्रदेश में परिवहन हेतु आईएसटीपी प्रणाली, कार्यदायी विभागों द्वारा परिवहन प्रपत्रों के ऑनलाइन सत्यापन माड्यूल, माइन मित्रा पोर्टल जैसी सुविधाओं के माध्यम से जहां उपखनिजों की सर्व सुलभता तथा दामों पर नियंत्रण के लिए प्रभावी प्रयास किए गए, वहीं पर निगरानी प्रणाली को व्यवस्थित कर अवैध खनन व अवैध परिवहन रोकने के सफल प्रयास किए गए। ऑनलाइन नागरिक किसान सेवाओं के अंतर्गत ऑनलाइन लाइसेंस, ऑनलाइन पंजीकरण ,ऑनलाइन परमिट, ऑनलाइन लीज मिनरल मार्ट जैसी सुविधाएं व्यवस्थित ढंग से उत्तर प्रदेश के भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा दी जा रही हैं।