
मंगलवार को पार्टी मुख्यालय पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्रकार वात्र्ता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा मुख्यमंत्री कह रहे कि लोगो ने एम्बुलेंस सेवा पर भरोसा जताया, किन्तु वो यह कहते समय क्यों नही ंदेख पाये कि एम्बुलेंस में यदि आक्सीजन की किट होती तो शायद विधायक हाजी इरफान की जान बच जाती। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा एम्बुलेंस कि तरह पुलिस जल्दी पहुंचे हम इस पर काम कर रहे है किन्तु वो इस सच को क्यों नहीं देख पा रहे है कि लखनऊ के काकोरी में दुष्कर्म पीडि़त बालिका के प्रकरण पर पुलिस सात दिनो तक घटना को जानने के बावजूद प्राथमिकी तक दर्ज नही कर पायी।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कथनानुसार ‘‘कानून व्यवस्था की मानीटिरिंग मैं खुद करूगा’’ पर तंज कसते हुए प्रवक्ता श्री पाठक ने कहा 4 वर्षाे तक राज्य में कानून व्यवस्था चुस्त दुरूस्त रखने की जिम्मेदारी का निर्वहन कौन कर रहा था ? 2012 में भी मुख्यमंत्री ने राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर प्राथमिकता जताई थी कानून व्यवस्था बद से बदतर होती गयी। चुनाव घोषणा पत्र में वादा किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में 20 घण्टे और शहरी क्षेत्रों में 22 घण्टे विद्युत आपूर्ति की जायेगी, 4 वर्षो बाद अब कह रहे कि गांवो को 14 तहसीलो को 16 घंटे बिजली की आपूर्ति की जायेगी। अखिलेश सरकार के पास उपलब्धि के नाम पर राज्य की बेपटरी कानून व्यवस्था, राज्य में हत्या, लूट, बलात्कार व अपहरण की घटनाओं ने कीर्तिमान है। परिवारवाद, जातिवाद और भ्रमित नौकरशाही अखिलेश सरकार की पंूजी है।