नई दिल्ली: भारतीय बैंकों से तकरीबन 9000 करोड़ रुपये का कर्ज लेकर लंदन भागे चुके शराब उद्योगपति विजय माल्या ने आज राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। माल्या अपना इस्तीफा राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी को भेजा दिया है। उन्होंने अपना यह इस्तीफा कमेटी के नोटिस के जवाब में भेजा है। कमेटी माल्या की सदस्यता रद्द करने पर विचार कर रही थी।
इससे कुछ दिन पहले विजय माल्या ने कहा था कि वह जबरन निर्वासन पर हैं और उनकी भारत लौटने की कोई योजना नहीं है ,जहां हालात उनके खिलाफ तेजी से भयानक रूप से आगे बढ़ रहे हैं। हाल ही में माल्या का पासपोर्ट रद्द कर दिया गया। उन्होंने कहा था कि वह अपनी बंद हो चुकी विमानन कंपनी से जुड़े मामले अपने ऋणदाता बैंकों के साथ तर्कसंगत तरीके से निपटाना चाहते हैं लेकिन उन्हें उनका पासपोर्ट रद्द करने या गिरफ्तार करने से पैसा नहीं मिलेगा।
उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार से कहा था, ‘मैं निश्चित तौर पर भारत लौटना चाहूंगा। फिलहाल, हालात मेरे खिलाफ तेजी से और भयानक तरीके से आगे बढ़ रहे हैं। मेरा पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है। मुझे नहीं पता कि सरकार का अगला कदम क्या होगा।’ 60 वर्षीय माल्या ने कहा कि वह एक देशभक्त हैं, जिसे तिरंगा फहरा कर गर्व होता है। लेकिन उनके बारे में जो चीख-पुकार मची है, ऐसे में वे ब्रिटेन में सुरक्षित रहकर खुश हैं और उनकी भारत लौटने की कोई योजना नहीं है।