देहरादून ! भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि हरीश रावत की सरकार विरोधियों की आवाज दबाने के लिए फोन टैपिंग का सहारा ले रही थी, जो साफ तौर पर संवैधानिक अधिकारों का हनन है। उन्होंने कहा कि फोन टैप किया जाना निजी जीवन में सीधा हस्तक्षेप है। जिन लोगों से सरकार को खतरा था उनके और उनके करीबियों के फोन निरंतर टैप किए जा रहे थे।
बलबीर रोड स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए चौहान ने कहा कि रावत ने अपने मुख्यमंत्री काल में विरोधियों का दमन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनके फोन टैप किए गए। उन्हें लगातार परेशान किया गया। निजी जीवन में हस्तक्षेप का कोई अवसर इस सरकार ने अपने हाथ से नहीं जाने दिया। राजनेताओं, पत्रकारों और सरकार के कई करीबियों जिनसे सरकार को खतरा महसूस होता था, उनके फोन टैप किए जाते रहे।
उन्होने बताया कि इसका खुलासा सूचना का अधिकार (आरटीआई) के जरिए हुआ। जून 2015 से अब तक 378 फोन टैप किए गए। उन्होंने दावा किया कि इस सरकार ने हजारों लोगों के फोन टैप करवाए। भाजपा राज्यपाल से मांग करती है कि फोन टैपिंग प्रकरण की जांच कराई जाए ताकि रावत सरकार की असलियत जनता के सामने उजागर हो सके।