लखनऊ | लखनऊ जिला पंचायत अध्यक्ष और उसके पति को सपा से सीएम ने बर्खास्त किया तो लखनऊ पुलिस ने विजय यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
कल जमीन कब्जानें के लिये गुंडो के साथ पहुंचे विजय यादव ने गांव के दर्जन भर लोगो को पीट पीटकर अधमरा कर दिया था. शुरूआत में लखनऊ पुलिस विजय के आगे घुटने टेकती रही.
पुलिस भी अपनी साख बचाने के लिये रात भर दबिश देती रही और शुक्रवार सुबह पुलिस ने विजय बहादुर यादव को कैंट इलाके से गिरफ्तार कर लिया. कहा जा रहा है रात भर टीमों ने छापेमारी की. शातिर हिस्ट्रीशीटर विजय बहादुर यादव ने पुलिस ने बचने के लिये अपने सरकारी गनर को भी छोड़ दिया और भाग गया.
दरअसल राजधानी लखनऊ में सपा सरकार के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विजय बहादुर यादव ने गुरुवार को चिनहट थाना क्षेत्र के बागामऊ में अपने 60 से 70 समर्थकों व गुर्गों के साथ गांव की जमीन कब्जा करने पहुंचे थे.
जहां जमीन मालिक के साथ गांव वालों के विरोध करने पर सपा नेता विजय यादव ने महिलाओं समेत पुरुषों को दौड़ा-दौड़ा पर बुरी तरह से पीटने के साथ फैजाबाद हाईवे को जाम कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की थी.
जिसके बाद मीडिया में प्रमुखता से सपा नेता की गुंडई दिखाये जाने के बाद मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आने के बाद तत्काल सीएम अखिलेश ने आरोपी विजय यादव और उसकी पत्नी माया यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था.