हैदराबाद. हैदराबाद हाईकोर्ट ने अनुशासनहीनता के आधार पर नौ जजों को निलंबित कर दिया. वहीं, हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ तेलंगाना में कार्यरत 200 से ज्यादा जज 15 दिन के सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर चले गए. इनकी मांग जजों का निलंबन रद्द करने की है. निलंबित किए गए जज आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच न्यायिक अधिकारियों के आवंटन के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे.
निलंबित किए गए जज आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच न्यायिक अधिकारियों के आवंटन के खिलाफ तेलंगाना न्यायाधीश एसोसिएशन के बैनर तले आंदोलन कर रहे थे. एसोसिएशन के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे जज आंध्रप्रदेश के न्यायिक अधिकारियों का तेलंगाना में भेजे जाने का विरोध कर रहे हैं. जजों ने रविवार को भी प्रदर्शन निकाला था. रविवार को अदालत ने तेलंगाना न्यायाधीश एसोसिएशन के अध्यक्ष के रवींद्र रेड्डी और इसके सचिव वी वरा प्रसाद को आज निलंबित कर दिया. रेड्डी चतुर्थ अतिरिक्त मेट्रोपोलिटन सत्र न्यायाधीश हैं जबकि प्रसाद रंगारेड्डी जिले के विशेष सत्र न्यायाधीश हैं.
अखिल भारतीय न्यायिक कर्मचारी संघ के महासचिव बी लक्ष्मा रेड्डी ने रविवार को कहा था, ‘राज्य के बंटवारे के बाद उच्च न्यायालय का बंटवारा नहीं किया जाना समस्या की असली वजह है. हमने पहले ही एक जुलाई को विभिन्न मुद्दों पर हड़ताल के लिए नोटिस जारी किया है.