आगरा: उत्तर प्रदेश के जनपद आगरा में गुटबाजी के चलते सपा नेताओं में भगदड़ मची हुई है। सपा की आगरा ग्रामीण प्रत्याशी हेमलता दिवाकर इसी कारण से सोमवार को भाजपा में शामिल हुई। पता चला है कि भाजपा नेता कुंदनिका शर्मा के सपा में शामिल होने से हेमलता दिवाकर नाराज चल रहीं थी।
हेमलता दिवाकर ने कहा कि समाजवादी पार्टी में गुटबाजी चरम पर है। इसी गुटबाजी की वजह से लोकसभा चुनाव भी सपा हार गई थीं। अगले विधानसभा चुनाव में भी सपा को इसी गुटबाजी के लेकर नुकसान होगा तय है। सपा में रहकर उनका दम घुट रहा था। उन्हें भाजपा की नीतियां अच्छी लग रही हैं। विधानसभा 2012 चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था हेमलता ने पिछले विधानसभा चुनाव में सपा के टिकट पर आगरा ग्रामीण विधानसभा सीट से लड़ा था। तब वे करीब साढ़े 51 हजार वोट लेकर दूसरे स्थान पर रही थीं। हाल ही में सपा ने 143 हारी हुई सीटों पर प्रत्याशियों की सूची जारी की थी। इसमें उन्हें दोबारा आगरा ग्रामीण सीट से प्रत्याशी घोषित किया गया था।
केशव मौर्या ने कहा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सपा से विधानसभा चुनाव का टिकट मिलने के बावजूद हेमलता का भाजपा में आना यह संकेत दे रहा है कि सपा की नैया डूबने वाली है। भाजपा अगले चुनाव में 265 से ज्यादा विधानसभा सीट जीतेगी और इसमें हेमलता भी भागीदार होंगी।
हेमलता की भाजपा ज्वाइन करने के मामले को गुप्त रखा गया था। केन्द्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री रामशंकर कठेरिया ने इसे अंजाम दिलवाया। हेमलता के भाजपा ज्वाइइन करने के समय भी मंत्री उनके साथ थे। इस फेरबदल को लेकर हेमलता और उसके परिवार के सदस्यों को भी हिदायत दी गई थी की इसकी भनक किसी को न लगे। कई भाजपा नेता भी इस बारे में नहीं जानते थे।
सपा नेता ने दी सफाई
दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के जिला प्रभारी विपुल पुरोहित का कहना है कि पिछले 4 साल से हेमलता ने पार्टी से दूरी बना रखी थी। चुनाव नजदीक था इसलिए पिछले वोटों को देखते हुए टिकट दिया गया था। हेमलता के भाजपा में जाने से सपा को कोई नुकसान नहीं होगा।