9 नए मेडिकल कॉलेजों के निर्माण से, लगभग ढाई हज़ार नए बेड्स तैयार हुए हैं, 05 हज़ार से अधिक डॉक्टर और पैरामेडिकल के लिए रोज़गार के नए अवसर बने— प्रधानमंत्री


प्रधानमंत्री ने जनपद सिद्धार्थनगर में 2,329 करोड़ रु0 की लागत से
निर्मित प्रदेश के 09 मेडिकल कॉलेजों-सिद्धार्थनगर, एटा, हरदोई, प्रतापगढ़,देवरिया, गाजीपुर, मिर्जापुर, फतेहपुर तथा जौनपुर का लोकार्पण किया

9 मेडिकल कॉलेज प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं में अभिवृद्धि करेंगे तथाउ0प्र0 के नौजवानों को मेडिकल की पढ़ाई का अवसर देंगे: मुख्यमंत्री

लखनऊ |   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जनपद सिद्धार्थनगर में 2,329 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित प्रदेश के 09 मेडिकल कॉलेजों-सिद्धार्थनगर, एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, देवरिया, गाजीपुर, मिर्जापुर, फतेहपुर तथा जौनपुर का लोकार्पण किया। उन्होंने नवनिर्मित 09 मेडिकल कॉलेजों के मॉडल को देखा तथा छाया चित्र प्रदर्शनी बुद्ध का जीवनदृश्य एवं उत्खनित पुरास्थल कपिलवस्तु-एक झलक प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री को भगवान बुद्ध की प्रतिमा भेंट की।
प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन की शुरुआत भोजपुरी से करते हुए कहा कि सिद्धार्थनगर की पावन धरती पर महात्मा बुद्ध ने अपना प्रारम्भिक जीवन व्यतीत किया। उन्होंने कहा कि आज का दिन पूर्वांचल सहित पूरे उत्तर प्रदेश के लिए आरोग्य की डबल डोज लेकर आया है। दीपावली और छठ का पर्व इस बार पूर्वांचल में आरोग्य का नया विश्वास लेकर आया है। यहां सिद्धार्थनगर में प्रदेश के 09 मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण हो रहा है। इसके बाद पूर्वांचल से ही पूरे देश के लिए मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर की एक बहुत बड़ी योजना शुरू होने जा रही है, जिसे काशी से लॉन्च किया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश की सरकारें अनेक कर्मयोगियों की दशकों की तपस्या का फल हैं। सिद्धार्थनगर ने स्व0 माधव प्रसाद त्रिपाठी जी के रूप में देश को एक ऐसा समर्पित जनप्रतिनिधि दिया, जिनका अथाह परिश्रम आज राष्ट्र के काम आ रहा है। सिद्धार्थनगर के नये मेडिकल कॉलेज का नाम उनके नाम पर रखा जाना उनके सेवाभाव के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जी और उनकी पूरी सरकार को बधाई देते हुए कहा कि माधव बाबू का नाम यहां से पढ़कर निकलने वाले युवा डॉक्टरों को जनसेवा की निरन्तर प्रेरणा भी देगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी और पूर्वांचल में आस्था, अध्यात्म और सामाजिक जीवन से जुड़ी बहुत विस्तृत विरासत है। इसी विरासत को स्वस्थ, सक्षम, और समृद्ध उत्तर प्रदेश के भविष्य के साथ भी जोड़ा जा रहा है। आज जिन 9 जनपदों में मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण किया गया है, उनमें यह दिखता भी है। सिद्धार्थनगर में माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कालेज, देवरिया में महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज, गाज़ीपुर में महर्षि विश्वामित्र मेडिकल कॉलेज, मिर्जापुर में मां विंध्य-वासिनी मेडिकल कॉलेज, प्रतापगढ़ में डॉक्टर सोने लाल पटेल मेडिकल कॉलेज, एटा में वीरांगना अवंती बाई लोधी मेडिकल कॉलेज, फतेहपुर में अमर शहीद जोधा सिंह अटैया ठाकुर दरियांव सिंह मेडिकल कॉलेज, जौनपुर में उमानाथ सिंह मेडिकल कॉलेज, और हरदोई का मेडिकल कॉलेज। यह सभी मेडिकल कॉलेज अब कोटि-कोटि जन की सेवा करने के लिए तैयार हैं। इन 09 नए मेडिकल कॉलेजों के निर्माण से, लगभग ढाई हज़ार नए बेड्स तैयार हुए हैं, 05 हज़ार से अधिक डॉक्टर और पैरामेडिकल के लिए रोज़गार के नए अवसर बने हैं। इसके साथ ही प्रत्येक वर्ष सैकड़ों युवाओं के लिए मेडिकल की पढ़ाई का नया रास्ता खुला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल अब पूर्वी भारत का मेडिकल हब बनेगा। यह धरती अब देश को बीमारियों से बचाने वाले अनेक डॉक्टर देने वाली है। पूर्वांचल, उत्तर प्रदेश, पूर्वी भारत को सेहत का नया उजाला देने वाला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सांसद के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ने संसद में प्रदेश की बदहाल मेडिकल व्यवस्था की पीड़ा व्यक्त की थी। आज उत्तर प्रदेश के लोग यह देख रहे हैं कि जब जनता-जनार्दन ने योगी जी को सेवा का अवसर दिया तो कैसे उन्होंने दिमागी बुखार को बढ़ने से रोक दिया और इस क्षेत्र के हजारों बच्चों का जीवन बचा लिया। उन्होंने कहा कि सरकार जब संवेदनशील हो, गरीब का दर्द समझने के लिए मन में करुणा का भाव हो, तो इसी तरह का काम होता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब 2014 में जनता ने उन्हें देश की सेवा का अवसर दिया, तब पहले की स्थिति को बदलने के लिए उनकी सरकार ने दिन-रात एक कर दिया। जनमानस के कष्ट को समझते हुए, आमजन की पीड़ा को समझते हुए, उसके दुख-दर्द को साझा करने में हम भागीदार बने। हमने देश की स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने और आधुनिक बनाने का एक महायज्ञ शुरू किया।


इसके पहले, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि 100 करोड़ से अधिक लोगों को सफलतापूर्वक कोरोना वैक्सीन प्रदान करने के उपरान्त भगवान बुद्ध की पावन धरती सिद्धार्थनगर में प्रदेश के 09 मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री जी का आगमन हो रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह 09 मेडिकल कॉलेज प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं में अभिवृद्धि करेंगे तथा उत्तर प्रदेश के नौजवानों को मेडिकल की पढ़ाई का अवसर देने में भी योगदान देंगे। इससे हमारे युवा चिकित्सक के रूप में समाज को अपनी योग्य सेवाएं प्रदान कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया कोरोना महामारी से त्रस्त है, दुनिया की बड़ी-बड़ी ताकतें असहाय दिख रही हैं। ऐसी विपरीत और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में प्रधानमंत्री जी ने देश का नेतृत्व कर, पूरी दुनिया के सामने अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया। उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को न केवल कोरोना महामारी से बचाया बल्कि भारत के लोगों के जीवन और जीविका की रक्षा कर, दुनिया के सामने एक आदर्श रखा। प्रधानमंत्री जी ने कोरोना काल खण्ड में मुफ्त उपचार और मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध कराने के साथ-साथ जरूरतमन्दों को रोजगार तथा प्रधानमंत्री अन्न योजना के माध्यम से निःशुल्क खाद्यान्न की व्यवस्था करायी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का निर्माण हो रहा है। हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देते हुए ‘स्वस्थ भारत, समर्थ भारत’ के लिए अभूतपूर्व और अभिनन्दनीय कार्य किया जा रहा है। सिद्धार्थनगर जनपद में प्रधानमंत्री जी की उपस्थिति हुई है। 08 अन्य स्थानों पर भी इसी प्रकार के कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों के साथ प्रधानमंत्री जी का सम्बोधन सुनने का अवसर सभी लोगों को प्राप्त होगा। आजादी के बाद जिन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में दम तोड़ा था, उनके प्रति यह सही मायनों में श्रद्धांजलि होने के साथ-साथ लोगों को यह संतुष्टि भी प्रदान करेगा कि आने वाले समय में कोई भी मासूम और कोई भी नागरिक स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में अब दम नहीं तोड़ेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इंसेफेलाइटिस से मासूम बच्चों की सर्वाधिक मृत्यु होती थी। इस बीमारी से प्रभावित जनपदों में सिद्धार्थनगर भी था। वर्ष 2014 में लागू स्वच्छ भारत मिशन, सबसे अधिक प्रभावित जनपदों में पीडियाट्रिक आई0सी0यू0 के साथ-साथ इंसेफेलाइटिस ट्रीटमेंट सेण्टर की स्थापना से आज इस बीमारी पर प्रभावी नियंत्रण करने में सफलता प्राप्त हुई। हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ा, हर घर को शौचालय देने की कार्यवाही आगे बढ़ी और शुद्ध पेयजल की आपूर्ति होती गयी। इससे दिमागी बुखार से होने वाली मृत्यु को 95 फीसदी नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त हुई। उन्होंने प्रदेशवासियों सहित सभी प्रभावित परिवारों की ओर से प्रधानमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना काल खण्ड में अभूतपूर्व कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की सोच है कि प्रत्येक जनपद में एक मेडिकल कॉलेज हो। आज प्रदेश की जनता को एक साथ 09 मेडिकल कॉलेज समर्पित किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी, प्रदेश के श्रम मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य, स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 सतीश चन्द्र द्विवेदी सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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