गड़करी की यात्रा अमेरिका के साथ संबंधों में नई गति प्रदान करेगी


 

 

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दिल्ली |   केन्‍द्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं जहारानी मंत्री  नितिन गडकरी कल वाशिंगटन में अमेरिका के परिवहन मंत्री एंथनी फॉक्‍स के साथ आपसी हितों की कई परियोजनाओं पर आधिकारिक स्‍तर की वार्ता करेंगे, जिससे बुनियादी क्षेत्र में भारत अमेरिकी सहयोग को नई गति मिलेगी।
श्री गड़करी विशेष रूप से, राजमार्ग विकास, सड़क अभियांत्रिकी, सड़क सुरक्षा एवं ऑटोमोबाइल क्षेत्र तथा इलेक्ट्रिक वाहनों में हरित ईंधनों के विकास के लिए नवाचारी प्रौद्योगिकियों में भारत-अमेरिका सहयोग के दायरे को विस्‍तारित करने एवं बढ़ाने की उम्‍मीद करेंगे।

व्‍यापार एवं उद्योग से जुड़े उद्योगपतियों एवं सामुद्रिक क्षेत्र के प्रवर्तकों के साथ अपनी मुलाकात के दौरान श्री गड़करी भारतीय सामुद्रिक क्षेत्र में निवेश अवसरों को रेखांकित करेंगे तथा बंदरगाहों के निर्माण, बंदरगाह केन्द्रित औद्योगिकीकरण, तटीय आर्थिक क्षेत्रों, जेएनपीटी, मुंबई एवं कांडला बंदरगाहों जैसे वर्तमान बंदरगाहों में नये बर्थों/ट्रर्मिनलों के निर्माण, पूंजी एवं रख-रखाव ड्रेजिंग, यांत्रिकीकरण, अंत:स्‍थलीय संपर्क एवं बंदरगाह खाली कराने से संबंधित बुनियादी ढांचा, जहाज निर्माण, जहाज मरम्‍मत एवं जहाज पुन:चक्रीकरण में अमेरिकी निवेश को आमंत्रित करेंगे।

श्री गड़करी ने देश की विकास गति को और बढ़ावा देने के लिए ढांचागत क्षेत्र में 50-60 बिलियन डॉलर विदेशी निवेश तथा सामुद्रिक क्षेत्र में बंदरगाह आधारित आर्थिक विकास के लिए औद्योगिक प्रगति एवं अंत:स्‍थलीय जलमार्गों, जल परिवहन, तटीय एवं क्रूज शिपिंग तथा सौर एवं पवन ऊर्जा सृ‍जन के लिए अन्‍य सौ बिलियन डॉलर की परिकल्‍पना की है।

अभी हाल में मुंबई में आयोजित सामुद्रिक भारत शिखर सम्‍मेलन के दौरान महत्‍वाकांक्षी सागरमाला कार्यक्रम के तहत 150 परियोजनाओं से अधिक की पहचान की गई थी। भारत के पास 7,500 किलोमीटर लम्‍बी तटीय रेखा, 212 बंदरगाह, 70 तटीय जिले, एक बिलियन टन कार्गो संचालन क्षमता, 111 जल मार्ग और बंदरगाहों पर निर्यात-आयात व्‍यापार के 90 प्रतिशत (मात्रा के हिसाब से) के संचालन की क्षमता है। पर्यटन के लिए सैकड़ों द्वीपों एवं लाइटहाउसों के दोहन की प्रचुर संभावना है।

श्री गड़करी 11 जुलाई को वाशिंगटन में अमेरिकी परिवहन मंत्री एंथनी फॉक्‍स के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जिसका उद्देश्‍य बुनियादी ढांचा क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के द्वारा अमेरिका के साथ भारत के संबंधों को मजबूत बनाना एवं विस्‍तारित करना है।

अमेरिका के परिवहन मंत्रालय में श्री गड़करी फेडरल हाइवे एडमिनिस्‍ट्रेशन, अमेरिकी मैरीटाइम एडमिनिस्‍ट्रेशन एवं नेशनल हाइवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्‍ट्रेशन द्वारा मॉडल प्रजेंटेशन का अवलोकन करेंगे।

अमेरिका के उनके यात्रा कार्यक्रम में वाशिंगटन आधारित एक थिंक टैंक अटलांटिक कौंसिल द्वारा आयोजित ‘ए विंडो इन टू इंडियाज इंफ्राटेक्‍चर डेवलपमेंट’ विषय पर एक परिचर्चा शामिल है। श्री गड़करी के साथ गया शिष्‍टमंडल बंदरगाह केन्द्रित विकास, अंत:स्‍थलीय जलमार्ग विकास एवं राजमार्ग बुनियादी ढांचे पर प्रस्‍तुतीकरण पेश करेगा। इसके अतिरिक्‍त, निवेशकों एंव ढांचागत कंपनियों के साथ एक लंच गोलमेज सम्‍मेलन भी होगा, जिसका आयोजन अमेरिका-भारत व्‍यवसाय परिषद (यूएसआईबीसी) करेगी।

श्री गड़करी के साथ अतिरिक्‍त सचिव (जहाजरानी) श्री आलोक श्रीवास्‍तव, संयुक्‍त सचिव (राजमार्ग) श्री रोहित कुमार सिंह, संयुक्‍त सचिव (परिवहन) श्री अभय डामले, निजी सचिव श्री वैभव डांगे एवं ओएसडी (जहाजरानी) श्री राजगोपाल शर्मा होंगे।

अमेरिका में भारतीय राजदूत अरूण कुमार सिंह श्री गड़करी के सम्‍मान में एक रात्रि भोज का आयोजन करेंगे, जहां वे अमेरिकी कांग्रेसजनों एवं वरिष्‍ठ अ‍मेरिकी अधिकारियों तथा भारतीय समुदाय के गणमान्‍य सदस्‍यों से मुलाकात करेंगे।

सप्‍ताह भर की अपनी आधिकारिक यात्रा के दूसरे चरण में न्‍यूयॉर्क की अपनी यात्रा के दौरान श्री गड़करी विवेकपूर्ण परिवहन प्रबंधन, नगर ट्रैफिक प्रबंधन एवं नियंत्रण केन्‍द्र तथा अन्‍य प्रौद्योगिकी आधारित परिवहन समाधानों को समझने के लिए न्‍यूयॉर्क सिटी स्‍टेट ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की यात्रा करेंगे। अमेरिका की व्‍यावसायिक राजधानी में श्री गड़करी इंडो-अमेरिका चैम्‍‍बर्स ऑफ कॉमर्स, जे पी मार्गेन, गोल्‍डमैन सैश एवं अमेरिकी-भारतीय व्‍यवसाय परिषद द्वारा आयोजित बैठकों में निवेशकों के साथ कई मुलाकातें भी करेंगे।

न्‍यूयॉर्क में दो दिन ठहरने के बाद श्री गड़करी एक नौका यात्रा के द्वारा विश्‍व प्रसिद्ध मिसिसीपी नदी पर अंत:स्‍थलीय जलमार्ग प्रणाली को समझने के लिए सेंटर लुईस की यात्रा करेंगे। सैन फ्रांसिस्‍को की अपनी यात्रा के अगले चरण में श्री गड़करी कैलिर्फोनिया ट्रांसर्पोटेशन एजेंसी, अंतर्राष्‍ट्रीय मामलों के विभागों एवं व्‍यवसाय विकास के वरिष्‍ठ अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे।


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