
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि आम नागरिकों को विद्युत आपूर्ति की बात तो छोड़ दे अति आवश्यक सेवा क्षेत्र अस्पतालों तक में बिजली संकट के कारण मरीज बेहाल है। मरीजों को पीने के पानी तक नहीं उपलब्ध हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी का आलम यह है कि भीषण गर्मी में बिजली गुल होने के कारण भयानक गर्मी से लाखों लोग हलाकान परेशान है।
हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने सवाल किया कि प्रदेश की राजधानी के लाखों लोग जब बिजली आपूर्ति न होने पाने के कारण बुरी तरह पसीना-पसीना हो रहे है तो प्रदेश के अन्य भागों की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था का क्या हाल होगा ? उन्होंने कहा कि प्रदेश की आम जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे से खरीदे जा रहे ट्रान्सफार्मर की खरीद में भारी भ्रष्टाचार के कारण हजारों की संख्या में ट्रान्सफार्मर प्रति वर्ष जल जाते है।
उन्होंने सपा सरकार पर आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार के कठिन प्रयास और सहयोग के बावजूद उ0प्र0 सरकार मंे पारदर्शिता के अभाव तथा विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति न होने के कारण प्रदेश की 22 करोड़ जनता इस भयानक गर्मी में पसीना-पसीना होने और अंधेरे में रहने को मजबूर है।
हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश का ऊर्जा विभाग प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री के पास है लोगों का उम्मीद थी कि युवा मुख्यमंत्री के कार्यकाल में विद्युत आपूर्ति में सुधार होगा पर वह इटावा, और रामपुर तक ही सीमित होकर रह गई। प्रदेश प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि भारी भ्रष्टाचार के चलते प्रदेश की विद्युत व्यवस्था बदहाली का शिकार है।